Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के रायगढ़ के सारंगढ़ गोमार्डा अभ्यारण (Sarangarh Gomarda Sanctuary) बरमकेला में केकराजोरी से होते हुए करपी के ऊपर तालाब में रात को 26-27 हाथियों का दल घूम रहा है, जहां करीब 3 बजे रात को कलगाटार के किसान बैसाखू बरिहा के खेत में हाथियों (Elephants) ने जमकर उत्पात मचाया. जिसकी जानकारी मिलते ही मौके पर वन विभाग टीम पहुंचकर नुकसान का आंकलन किया है, टीम ने लोगों से सचेत रहने की अपील भी की है.
कभी गोमर्डा अभ्यारण बरमकेला तो कभी सारंगढ़ पहुंचते हैं हाथी
सुरेंद्र अजय वनपरिक्षेत्र अधिकारी ने बताया कि लगभग 1 वर्ष पूर्व जून में हाथियों का दल आया था, तब 24 हाथी थे, तो उनके तीन बच्चे भी हो गए हैं, तो अब हाथियों की संख्या 27 के लगभग है. हाथियों का ये दल कभी गोमर्डा अभ्यारण बरमकेला तो कभी सारंगढ़ पहुंचता है. अभी फिलहाल बरमकेला गोमर्डा अभ्यारण में घूम रहे हैं. हाथियों को प्यास लगने से जंगल के पास तालाबों में पानी-पीने के लिए भी पहुंच जाते हैं,आस-पास के खेत में लगी रबी फसल की वजह से हाथी खेतों के किनारे आ जाते हैं.
कोई भी जंगल ना जाए
जंगल से कई गांव जुड़े हैं, इसलिए गांव में मुनादी करके और मोबाइल एप के माध्यम से लोगों को सूचित किया जा रहा है कि कोई भी जंगल ना जाए. अभी तेंदूपत्ता तोड़ने का समय चल रहा है, तो उसे तोड़ने के लिए बिल्कुल मना किया गया है. जिनकी भी फसल का नुकसान किया जा रहा है, उनको उचित आंकलन कर मुआवजा दिया जा रहा है. लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि वह हाथी को किसी प्रकार से नुकसान ना पहुंचाएं. गांव में रोज मुनादी कराई जा रही है, हाथी किधर है और कब कहां आ सकता है, ये सब जानकारी दी जा रही है.
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