विधायक बन जनता को भूले विधायकजी! छतरपुर के दो विधायकों ने अपनी निधि का 1 रुपया भी नहीं किया खर्च

Chhtarpur Member Of Assembly: छतरपुर जिले में कुल 6 विधायक हैं. जिले के सभी विधायकों के कार्यकाल को एक साल पूरा हो गया है. सभी विधायकों को विधायक निधि के रूप में ढ़ाई-ढ़ाई करोड़ रुपए मिले हैं. यह राशि विधायकों की अनुशंसा से ही खर्च होती है, लेकिन एक भी विधायक पूरी राशि खर्च नहीं कर पाया है. 

विज्ञापन
Read Time: 5 mins
छतरपुर विधायक (फाइल फोटो)

Chhatarpur MLA: मुख्यमंत्री डा. सीएम मोहन यादव के नेतृत्व वाली मध्य प्रदेश सरकार के एक साल पूरे हो गए. मध्य प्रदेश सरकार सालभर किए कार्यों की उपलब्धियों को गिनाने के लिए प्रदेश के सभी जिलों में जन कल्याण पर्व मना रही है, एनडीटीवी विधानसभा चुनाव 2023 में छतरपुर जिले से चुनकर आए विधायकों का लेखा-जोखा लेकर आई है. 

सावधान! भीख देने की आदत करवा सकती है जेल यात्रा, नए साल में इंदौर में ऐसा करना होगा जुर्म

छतरपुर जिले में कुल 6 विधायक हैं. जिले के सभी विधायकों के कार्यकाल को एक साल पूरा हो गया है. सभी विधायकों को विधायक निधि के रूप में ढ़ाई-ढ़ाई करोड़ रुपए मिले हैं. यह राशि विधायकों की अनुशंसा से ही खर्च होती है, लेकिन एक भी विधायक पूरी राशि खर्च नहीं कर पाया है. 

जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय ने साझा की विधानसभा क्षेत्रों में हुए विकास कार्यों की जानकारी 

विधानसभा क्षेत्र में हुए विकास कार्यों के बारे में जिला कलेक्ट्रेट से मिली जानकारी के मुताबिक एक साल में छतरपुर जिले के सभी 6 विधायक अपनी विधायक निधि का जनता के हित में सदुपयोग नहीं कर सके हैं. जिले के सभी 6 में से एक भी विधायक ने एक साल में विधायक निधि के तौर पर मिलने वाली ढ़ाई करोड़ रुपए की पूरी राशि खर्च नहीं कर सका है.

छतरपुर जिले में सबसे फिसड्डी साबित हुए चंदला और महाराजपुर विधानसभा के विधायक

जिले के कुल 6 विधायकों में से चंदला और महाराजपुर विधायकों इस मा्मले में सबसे फिसड्डी साबित हुए, जिन्होंने अपनी विधायक निधि से सालभर में एक रुपए खर्च नहीं किए है. बड़ामलहरा MLA राशि खर्च करने में सबसे आगे हैं, लेकिन उन्होंने स्वीकृत किए गए 86 में से 85 निर्माण कार्य छतरपुर के एक सप्लायर को सौंप दिए हैं.

Harda Factory Blast: मृतकों के लिए 15-15 लाख मुआवजे का ऐलान, लेकिन घायलों को मुआवजा देना भूल गए. जानिए पूरा मामला ?

महाराजपुर विधायक कामाख्या प्रताप सिंह का कहना है कि हमने महाराजपुर विधानसभा क्षेत्र में करीब 2 करोड़ रुपए के निर्माण कार्यों की अनुशंसा की और अनुशंसा पत्र जारी कर दिए गए है और विकास कार्यों के लिए राशि भी जल्द ही जारी कर दी जाएगी.

महाराजपुर MLA ने विकास कार्यों के लिए अनुशंसा की, लेकिन नहीं शुरू हुए काम

महाराजपुर विधायक कामाख्या प्रताप सिंह ने कुछ निर्माण कार्यों के लिए अनुशंसा की है, लेकिन इन निर्माण कार्यों के लिए जो एस्टीमेट तैयार किए गए हैं, उनमें तकनीक और प्रशासकीय स्वीकृतियां नहीं है. यानी अनुशंसा के बावजूद एक भी निर्माण कार्य के लिए  कोई राशि जारी नहीं की गई है.

Advertisement

चंदला विधायक दिलीप अहिरवार भी क्षेत्र के विकास के लिए नहीं खर्च किया रुपया

चंदला विधायक और वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार की विधानसभा क्षेत्र के भी हैं. दिलीप अहिरवार भी विधायक निधि का उपयोग करने में सबसे पीछे हैं. उन्होंने भी कुछ अनुशंसा पत्र लिखे हैं, लेकिन चंदला विधानसभा क्षेत्र में निर्माण के नाम पर एक रुपए भी जारी नहीं हो सका है.

Beti Bemisal: डॉक्टर बेटी ने लिवर दान कर बचाई पिता की जान, 10 घंटे तक चला ऑपरेशन

जिले के कुल 6 विधायकों में से चंदला और महाराजपुर विधायक सबसे फिसड्डी साबित हुए, जिन्होंने विधायक निधि से एक रुपए खर्च नहीं किए है. बड़ामलहरा MLA राशि खर्च करने में सबसे आगे हैं, उन्होंने 86 कार्य स्वीकृत किए, लेकिन 85 कार्य जिल के एक सप्लायर को सौंप दिए.

बड़ामलहरा MLA ने विधायक निधि के 1.97 करोड़ रुपए एक ही सप्लायर को सौंप दिए

बड़ामलहरा विधायक रामसिया भारती ने विधायक निधि के 1.97 करोड़ रुपए एक ही सप्लायर को सौंपकर ठिकाने लगा दिए हैं. विधायक ने सड़क मुरमीकरण का 6 लाख रुपए का सिर्फ एक काम ग्राम पंचायत रजपुरा को सौंपा है, शेष 85 काम एमपी एग्रो के एक सप्लायर को सौंप दिए हैं. प्री फेब्रिकेटेड यात्री प्रतीक्षालय और बेंच स्थापना के काम शामिल हैं.

Advertisement

छतरपुर में 19 और राजनगर में 36 कार्य स्वीकृत, लेकिन विधायक निधि जारी नहीं हुए

छतरपुर विधानसभा और राजनगर विधानसभा क्षेत्र में भी एक साल में पूरी विधायक निधि जारी नहीं की गई है. छतरपुर MLA ललिता यादव की अनुशंसा से 19 कार्य स्वीकृत किए, जिसके लिए करीब 85 लाख आवंटित किए गए.वहीं, राजनगर MLA अरविंद पटैरिया ने 36 कार्यों के लिए 1 करोड़ से अधिक रुपए आवंटित किए, लेकिन पैसे जारी नहीं हुए.

MP में सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों के अवकाश पर लगा प्रतिबंध, 26 जनवरी तक नहीं ले सकेंगे छुट्टी!

छतरपुर जिले में शिक्षा और स्वास्थ सेवाओं की हालत खराब है, लेकिन जनता से जुड़े विषय क्षेत्र के विधायकों की प्राथमिकता में शामिल नहीं है. उन्होंने स्कूल भवन, लाइब्रेरी, कंप्यूटर लैब, अस्पतालों के विकास कार्यों के लिए कोई राशि खर्च नहीं की है, इनमें छतरपुर ललिता यादव अपवाद हैं.

जिले में शिक्षा और स्वास्थ्य की हालत खराब, लेकिन विधायकों की प्राथमिकता में नहीं 

छतरपुर जिले में शिक्षा और स्वास्थ सेवाओं की हालत खराब है. जनता के जीवन से जुड़े यह क्षेत्र छतरपुर जिले के विधायकों की प्राथमिकता में ही शामिल नहीं है. विधायकों ने स्कूल भवन, लाइब्रेरी, कंप्यूटर लैब, अस्पताल भवन, अस्पतालों में मशीनों जैसे विकास के कार्यों के लिए कोई राशि खर्च नहीं की है, इनमें छतरपुर ललिता यादव अपवाद हैं.

Advertisement

बिजावर MLA ने 5 कार्य स्वीकृत हुए, लेकिन बजट का 10 फीसदी राशि जारी नहीं कर पाए 

बिजावर विधानसभा क्षेत्र के विधायक राजेश शुक्ला के एक साल कार्यकाल में मात्र 5 निर्माण कार्य स्वीकृत हुए हैं, लेकिन उन्होंने विधायक निधि से मिले ढ़ाई करोड़ का अब तक 10 फीसदी भी राशि जारी नहीं किया है. बिजावर विधायक की अनुशंसा पर क्षेत्र में अब तक सिर्फ 22 लाख 50 हजार जारी हुए हैं, जो विधायक निधि का 10 फीसदी भी नहीं है.

ये भी पढ़ें-MP में अब नेत्रहीन करेंगे ड्राइविंग और दृष्टिहीन बुझाएंगे आग, नगरपालिका ने नेत्रहीनों से मांगे आवेदन