
Chaitra Navratri: आज से चैत्र नवरात्रि का त्योहार शुरू हो चुका है. इन 9 दिनों में मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा की जाएगी. इसी के साथ हिंदू चंद्र नव वर्ष की शुरुआत हो जाती है. देशभर के माता के मंदिरों में श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं. ऐसे में आज हम आपको बताएंगे मध्य प्रदेश में स्थित शक्तिपीठ के बारे में, जहां दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं को 1063 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती है. वहीं इसका इतिहास महाभारत काल से जुड़ा हुआ है.
तीनों शक्तिपीठ को काफी पवित्र माना जाता है, जिसका नाम शोण नर्मदा शक्तिपीठ, हरसिद्धि देवी शक्तिपीठ और मैहर माता मंदिर है.
यहां जानें शोण नर्मदा शक्तिपीठ की खासियत
मध्य प्रदेश के अमरकंटक में शोण नर्मदा शक्तिपीठ स्थित है. शोण नर्मदा शक्तिपीठ को 'शोणाक्षी शक्तिपीठ' के नाम से भी जाना जाता है. यहां तक पहुंचने के लिए 100 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती है. मान्यता के अनुसार, यहां मां सती का दायां नितंब गिरा था. इसलिए माता को नर्मदा नाम से जाना जाता है. दरअसल, जिस जगह पर यह शक्तिपीठ स्थित है, वहीं नर्मदा नदी का उद्गम माना जाता है, जिसके कारण भक्त यहां देवी मां की नर्मदा स्वरूप में पूजा अर्चना करते हैं. बता दें कि शोण नर्मदा शक्तिपीठ में मां नर्मदा की मूर्ति पर सुनहरा मुकुट और चांदी का चबूतरा देखकर आप मंत्रमुग्ध हो जाएंगे.
51 शक्तिपीठों में से एक है हरसिद्धि देवी शक्तिपीठ मंदिर
हरसिद्धि देवी शक्तिपीठ मंदिर मध्य प्रदेश के उज्जैन में रुद्र सागर तालाब के पश्चिमी तट पर स्थित है और इसकी काफी मान्यता है. यह मंदिर माता के 51 शक्तिपीठों में से एक है. पौराणिक मान्यता के अनुसार, यहां मां सती की कोहनी गिरी थी. कहा जाता है कि माता दिन में गुजरात और रात में उज्जैन में निवास करती हैं.
वहीं मंदिर के प्रांगण में स्थापित 2 दीप स्तंभ आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. ये दीप स्तंभ लगभग 51 फीट ऊंचे हैं. दोनों दीप स्तंभों में मिलाकर लगभग 1 हजार 11 दीपक हैं.
मैहर माता मंदिर का नवरात्रि में करें दर्शन
मध्य प्रदेश के सतना जिले में त्रिकुट पहाड़ी पर स्थित मैहर माता मंदिर में नवरात्रि के दौरान श्रद्धालुओं की काफी भीड़ उमड़ती है. कहा जाता है कि यहां माता सती का हार गिरा था. वहीं इस मंदिर में पहुंचने के लिए भक्तों को 1063 सीढ़ियां चढ़नी पड़ी थी.
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