Bulldozer action in Chhatarpur: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के छतरपुर (Chhatarpur) में जिला प्रशासन ने एक बार फिर से 46 बिल्डिंग्स को गिराने का फैसला किया है. हालांकि, इस बार ये मकान किसी आरोपी के नहीं है. दरअसल, प्रशासन ने जन सुरक्षा के मद्देनजर शहर में जर्जर हो चुकी 46 भवनों को गिराने का फैसला लिया है.
कलेक्टर पार्थ जैसवाल के निर्देश पर शहर में जर्जर हो चुकी भवनों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई है. इस दौरान सबसे पहले शहर के राम गली बजरिया में कोतवाली के सामने जैन मंदिर के पास पीडब्ल्यूडी की 100 साल पुरानी जर्जर बिल्डिंग को जेसीबी से गिराया गया. दरअसल, प्रशासन ने शहर में पीडब्ल्यूडी विभाग के 46 जर्जर भवनों को गिराने के लिए चिन्हित किया है, जिनको गिरने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है.
सभी बिल्डिंग घोषित किए जा चुके हैं जर्जर
पूर्व कलेक्टर संदीप जीआर ने शहर में जर्जर पीडब्ल्यूडी की 46 बिल्डिंग को गिराने के निर्देश दिए थे. ऐसी बिल्डिंगों को गिरने से पहले नोटिस लगा दिए गए थे. यह बिल्डिंग कंडम घोषित हो गई थी. अब इनको ध्वस्त किया जा रहा है, कुछ बिल्डिंग जो मरम्मत करने लायक है, उसकी मरम्मत की जा रही है. बारिश का मौसम है. लिहाजा, किसी को नुकसान न हो, इसलिए भवन को ध्वस्त किया जा रहा है.
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तहसीलदार अंजू यादव ने बताया कि विगत दिनों कलेक्टर के आदेश पर कुछ जर्जर बिल्डिंगों को गिराने के लिए चिन्हित किया गया था, ताकि उनसे किसी की जान माल को नुकसान ना हो. इसलिए उनको कंडम घोषित कर दिया गया था. अब उन ही भवनों को गिराया जा रहा है. एसडीएम अखिल राठौर ने बताया कि शासकीय बिल्डिंग पीडब्ल्यूडी की है. जो 100 से 125 साल पुरानी है, जो कंडम घोषित हो चुकी है. उसमें कुछ अस्थाई अतिक्रमण था, जिसे ध्वस्त करने की कार्रवाई की जा रही है.
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