MP News in Hindi : टीकमगढ़ (Tikamgarh) जिले के बिराऊ (Birau) गांव की एक किसान की बेटी का BSF (Border Security Force) में चयन हो जाने के बाद से जब वह 8 महीने की ट्रेनिंग लेकर अपने गांव लौटी तो गांववालों का उत्साह देखते बना. इस मौके पर पूरे गांव को दुल्हन की तरह सजाया गया और देश भक्ति के गानों से पूरा गांव गूंज उठा. गांव का हर इंसान अपने गांव की बेटी बबीता के स्वागत के लिए आतुर हो रहा था कि सबसे पहिले इस होनहार बेटी का अभिवादन कर स्वागत किया जाए. होनहार बिटिया के गांव बापिस लौटने पर गांव में विशाल जश्न मनाया गया था.
पिता की भर आई आंख
टीकमगढ़ जिले के जतारा ब्लॉक के बिराऊ गांव के राम बगस यादव की छोटी बेटी रविता यादव का चयन BSF में हुआ था. रविता चार बहिन भाई है जिसमें इसके दो बड़े भाई गांव में खेती करते है और एक बहन की शादी हो गई. रविता सबसे छोटी है. जिसके हुनर ओर मेहनत से 8 महीने पहले इसका सेलेक्शन BSF में हुआ था. मगर अब यह ट्रेनिग कर अपने गांव वापस लौटी तो घर परिवार और गांव के लोगो ने अपने गांव की बेटी पर फख्र जताते हुए बेंड बाजो के साथ उसका आत्मीय स्वागत किया गया. जब बिटिया घर लौटी तो पिता राम बगस ने अपनी बेटी का स्वागत फूल-माला पहनाकर किया तो बेटी से रहा नही गया और उसने अपनी टोपी निकालकर अपने पिता के सिर पर रखकर उनकी मेहनत को सेल्यूट किया और बेटी भाव-विभोर हो गई.
जानिए किससे मिली प्रेरणा
टीकमगढ़ जिले बिराऊ गांव की रविता यादव का चयन 8 महीने पहले BSF में हुआ था. उन्होंने अगस्त 2023 में भोपाल में टेस्ट दिया था जिनका सिलेक्शन होने पर उनको पंजाब के जालंधर में ट्रेनिग के लिए भेजा गया था. दरअसल, रविता यादव को गांव के एक लड़के से मिली थी प्रेरणा जिसका चयन 3 साल पहले हुआ था जिसको देखकर रविता ने अपने पंख फैलाए ओर तैयारी शुरू कर दी और काफी मेहनत के बाद इनका सिलेक्शन BSF में हो गया और आज पूरा परिवार इस बेटी पर फक्र महसूस कर रहा है. इस बेटी का घर-घर फूल माला के साथ स्वागत किया गया.
ये भी पढ़ें:
माधवी राजे सिंधिया की तबियत हुई क्रिटीकल, सब कुछ छोड़ दिल्ली AIIMS पहुंच रहा सिंधिया परिवार
MP में धड़ल्ले से क्यों काटे जा रहे 'बाओबाब' ? 10 लाख में बिकने वाले एक पेड़ की जानिए कहानी