भारत की संस्कृति में सदियों से पौधों और जड़ी-बूटियों को काफी अहम माना जाता है. अच्छे स्वास्थ्य और सेहत के लिहाज से भी पौधों के तमाम फायदे होते हैं. ऐसे में आयुर्वेदिक और औषधियों को बढ़ावा देने के लिए मध्य प्रदेश में नई पहल की गई है. इसके तहत अब सरकारी अस्पतालों में हर्बल गार्डन तैयार किया जाएगा. बता दें कि प्रदेश की राजधानी भोपाल में इस पहल के तहत एक हर्बल बोटैनिकल गार्डन तैयार किया जा चुका है. खास बात ये है कि इस गार्डन को तैयार करने की पहल खुद अस्पताल प्रशासन ने की है. राजधानी भोपाल के जेपी अस्पताल में ये आयुर्वेदिक हर्बल बगीचा बनकर तैयार है. दरअसल, कायाकल्प अभियान के तहत नेशनल मेडिकल काउंसिल ने सभी जिला सरकारी अस्पतालों में बोटैनिकल गार्डन तैयार करने के निर्देश दिए हैं.
जानिए क्या है मकसद?
मकसद ये है कि अस्पताल में आने-जाने वाले लोगो को आसानी से इन हर्बल पौधों की जानकारी हो सके. आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए अस्पताल प्रशासन का कहना है कि इससे लोगों को ऐसे पौधों को जानकारी उपलब्ध हो सकेगी जो आयुर्वेद में काफी अहम है. इसके साथ ही मरीज़ या आम जनता इनको इस्तेमाल भी कर सकती है. गार्डन में कई लोग कोड को स्कैन कर जानकरी लेते हुए नज़र आए. लोगों ने बताया की किस तरह इन पौधों की उनको पहले जानकरी नहीं थी लेकिन इसके ज़रिये फायदों के बारे में जानकारी मिली.
यह भी पढ़ें : पूर्व CM कमलनाथ ने UGC के ड्राफ्ट पर सरकार को घेरा, कहा-यह आरक्षण खत्म करने की है साजिश
लोगों को होगा फायदा
कहा जा रहा है कि समय के साथ इस गार्डन को और भी बड़ा बनाया जाएगा. अस्पताल प्रशासन ने लोगों की मदद से करीब 400 पौधे रोपने का लक्ष्य रखा है. फिलहाल, यहां पारस, पीपल, एलोवेरा, मेषश्रृंगी, ब्राह्मी, दमबेल, पथरचट्टा, सतावरी, पान, अडूसा और जामुन के पौधे लगाए गए हैं. ये पर्यावरण को बचाने के साथ-साथ रोजमर्रा की ज़िंदगी में भी फायदेमंद है. इसे लेकर सिविल सर्जन और अस्पताल अधीक्षक राकेश श्रीवास्तव ने बताया कि लोगों की सहूलियत के लिए उनको जानकरी एक ही जगह पर उपलब्ध होगी. जो शरीर के लिए फायदेमंद रहेगी. उन्होंने बताया आयुर्वेद पढ़ने वाले स्टूडेंट्स के लिए भी आसानी से जानकरी उपलब्ध रहेगी. जिससे कि उन्हें प्रैक्टिकल नॉलेज काफी मदद मिलेगी.
यह भी पढ़ें : Bilaspur: धार्मिक भावना आहत करने के आरोपी शिक्षक को पुलिस ने किया गिरफ्तार, बच्चों को दिलाई थी 'आपत्तिजनक शपथ'