
Bhopal Schools: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में प्राइवेट स्कूलों की मनमानी पर लगा लगाने की कवायद शुरू हो गई है. कलेक्टर ने निरीक्षण दलों का गठन किया है, जो शहर में कहीं भी औचक निरीक्षण करेंगे. यूनिफॉर्म और किताब खरीदने को लेकर स्कूलों द्वारा की जा रही मनमानी पर नजर रखने के लिए यह दल गठित किए गए हैं.
कलेक्टर ने कुल 8 निरीक्षण दलों को बनाया गया है. हर दल में चार सदस्य शामिल हैं. निरीक्षण दल में तहसीलदार, बीईओ और सरकारी स्कूल प्राचार्य शामिल हैं. यह दल स्थानीय SDM के निर्देशन में काम करेंगे और औचक निरीक्षण भी करेंगे.
भोपाल कलेक्टर को मिली थी शिकायत
भोपाल जिला कलेक्टर ने कहा, उन्हें शिकात मिली थी कि प्राइवेट स्कूल प्रबंधन और प्रिंसिपल अभिभावकों को विशेष दुकान या निर्धारित किसी जगह से छात्रों का सामान खरीदने के लिए कह रहे हैं. इसमें किताबें, यूनिफॉर्म और अन्य शैक्षणिक सामग्री शामिल है. इसकी जानकारी मिलते ही निरीक्षण दलों का गठन किया.
हर दिन दल करेगा कार्रवाई
यह दल अनुविभागीय अधिकारी के निर्देशन में काम करेगा और हर दिन की कार्रवाई से अधिकारी को अवगत भी कराया जाएगा. यह दल औचक रूप से निरीक्षण करने के साथ मान्यता अधिनियम 2017 और नियम 2020 के अनुसार संबंधित विद्यालय के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रतिवेदन प्रस्तुत करेगा.
हालांकि, हैरान करने वाली बात यह है कि शहर के सभी सीबीएससी स्कूल के नए सत्र की शुरुआत हो चुकी है. 90 प्रतिशत बच्चे किताबें खरीद चुके हैं. उसके बाद कलेक्टर ने आदेश जारी किए हैं.
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