दिवाली से पहले ग्वालियर पुलिस का कमाल, इन आठ राज्यों से ढूंढ लाई 6.94 करोड़ के मोबाइल, CEIR रिपोर्ट में खुलासा 

Gwalior Police Recover Lost Phones: सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर (CEIR) की रिपोर्ट के अनुसार मोबाइल बरामदगी के प्रतिशत के आधार पर मंडला प्रदेश में पहले स्थान पर है. ग्वालियर ने दूसरा रहा है.

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CEIR Report Reveals: ग्वालियर पुलिस की साइबर सेल ने गुम मोबाइल की बरामदगी में नया रिकॉर्ड कायम किया है. पुलिस मुख्यालय भोपाल, सीईआईआर (CEIR) पोर्टल की रिपोर्ट के मुताबिक, ग्वालियर मोबाइल रिकवरी में मध्यप्रदेश में नंबर-1 है। बरामदगी के प्रतिशत के आधार पर जिले को दूसरा स्थान मिला है। मंडला ने पहला और डिंडोरी ने तीसरा स्थान हासिल किया है. ग्वालियर की साइबर सेल टीम ने वर्ष 2024 और 2025 में 3209 मोबाइल खोजे निकाले हैं. इन मोबाइल की कीमत 6 करोड़ 94 लाख 75 हजार रुपए है. सभी मोबाइल उनके असली मालिकों को लौटाए जा चुके हैं, जिससे हजारों लोगों के चेहरों पर मुस्कान लौट आई है. इस सफलता को लेकर एसपी धर्मवीर सिंह ने साइबर टीम को बधाई दी.

प्रभारी साइबर सेल उपनिरीक्षक रजनी सिंह रघुवंशी ने बताया कि टीम ने एप्पल, सैमसंग, वनप्लस, ओप्पो, वीवो, पोको, टेक्नो, रेडमी, रियलमी और एमआई जैसी कंपनियों के मोबाइल बरामद किए. ये मोबाइल सिर्फ ग्वालियर ही नहीं, बल्कि मुरैना, भिंड, शिवपुरी, दतिया, गुना, झांसी, बिहार, केरल, दिल्ली, गुजरात, राजस्थान, उत्तराखंड सहित अनेक राज्यों से ट्रेस कर जब्त किए गए. एसएसपी धर्मवीर सिंह और एएसपी सुमन गुर्जर के निर्देशन में टीम ने लगातार ट्रैकिंग और तकनीकी विश्लेषण से सफलता हासिल की।

मंडला पहले और ग्वालियर दूसरे स्थान पर

सीईआईआर (सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर) पोर्टल की रिपोर्ट के अनुसार मध्यप्रदेश में मोबाइल फोन बरामदगी के प्रतिशत के आधार पर मंडला जिला पहले स्थान पर रहा है. ग्वालियर ने दूसरा और डिंडोरी ने तीसरा स्थान हासिल किया है. सिंगरौली चौथे, भिंड पांचवें, विदिशा छठवें, सिवनी सातवें, झाबुआ आठवें, अशोकनगर नौवें, जबकि भोपाल, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन और रीवा दसवें स्थान पर हैं.

जानें क्या है सीईआईआर पोर्टल?

सीईआईआर यानी (सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर) भारत सरकार का ऑनलाइन पोर्टल है. इसके जरिए कोई भी व्यक्ति अपना गुम या चोरी हुआ मोबाइल ब्लॉक कर सकता है ताकि कोई उसका गलत इस्तेमाल न कर सके. यह सिस्टम आपके मोबाइल के IMEI नंबर से काम करता है, जैसे ही कोई व्यक्ति आपके चोरी हुए मोबाइल में नई सिम डालकर चालू करेगा, तुरंत आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर अलर्ट मैसेज आएगा. यह जानकारी लेकर आप पुलिस को सूचित कर सकते हैं, इसके बाद पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी. 

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सीईआईआर पोर्टल के फायदे

इसके जरिए चोरी गया मोबाइल ब्लॉक होने से कोई उसका गलत इस्तेमाल नहीं कर सकेगा. नई सिम डालने पर यूजर का डेटा ट्रेस होकर अलर्ट मिल जाएगा. सटीक जानकारी मिलने पर पुलिस त्वरित कार्रवाई कर सकेगी. यह यूजर फ्रेंडली सिस्टम है, जिससे आम लोग भी आसानी से इसका इस्तेमाल कर सकते हैं.

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मोबाइल गुम होने पर इस पोर्टल पर कैसे करें शिकायत? 

साइबर टीम के अनुसार, अगर आपका मोबाइल गुम या चोरी हो गया है तो सबसे पहले नजदीकी थाने जाएं और शिकायत दर्ज कराएं. शिकायत की रसीद अपने पास रखें. सिम को अस्थायी रूप से ब्लॉक करा दें. इसके बाद https://ceir.gov.in
 पर जाएं। “Block Stolen/Lost Mobile” विकल्प पर क्लिक करें. मोबाइल के दोनों IMEI नंबर, फोन का बिल, पुलिस शिकायत की प्रति और एक वैध आईडी प्रूफ फॉर्म में भरें. शिकायत सबमिट करने के बाद आपको एक रिक्वेस्ट आईडी मिलेगी, जिससे आप अपनी शिकायत की स्थिति ट्रैक कर सकते हैं.

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