
Madhya Pradesh Employees Selection Board: मध्य प्रदेश में कर्मचारी चयन मंडल (Employees Selection Board) की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही है. मुख्यमंत्री मोहन यादव (Mohan Yadav) के ऐलान के बावजूद ESB ने प्रतियोगी परीक्षाओं (Competitive Exams) का रिजल्ट जारी नहीं किया है. आलम तो ये हैं, कि ईएसबी ने बीते 30 जनवरी को ग्रुप-1 व सब ग्रुप-1 की परीक्षाओं का रिजल्ट जारी करने के बाद उसे वापस ले लिया है. अब बोर्ड का कहना है कि तकनीकी कारण से बोनस अंक रिजल्ट में नहीं चढ़ पाए थे, इसलिए सभी परीक्षाओं के परिणाम (Results of Exams) होल्ड पर हैं.
30 जनवरी को जारी हुआ था रिजल्ट
मंगलवार, 30 जनवरी को मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल ने वरिष्ठ कृषि अधिकारी, वरिष्ठ उद्यान विकास अधिकारी, ग्रामीण विस्तार विकास अधिकारी समेत कई पदों के लिए ग्रुप-1 और सब ग्रुप-1 के तहत हुई परीक्षा के रिजल्ट जारी किए थे, लेकिन अब मण्डल ने सभी परीक्षाओं के रिजल्ट होल्ड पर डाल दिए हैं. रिजल्ट चेक करने के लिए जब वेबसाइट खोली जा रही है तो मंडल की ओर से एक सूचना दिखाई जा रही है. जिसमें लिखा है कि जिन परीक्षाओं के परिणाम जारी हुए थे उनको फिलहाल विथड्रॉ किया जाता है, क्योंकि तकनीकी कारण से बोनस अंक रिजल्ट में नहीं चढ़ पाए थे. इसलिए सभी परीक्षाओं के परिणाम होल्ड पर हैं. सूचना में यह भी कहा गया कि सुधार के बाद जल्द से जल्द परीक्षाओं के परिणाम घोषित किए जाएंगे.

Employees Selection Board Notice
आए दिन सोशल मीडिया में होता है विरोध
कर्मचारी चयन मंडल की ये मनमानी मध्य प्रदेश के युवाओं को भारी पड़ रही है. कई युवा एग्जाम देने के बाद वर्षों रिजल्ट के इंतजार में और सरकारी नौकरी की आस में अपना समय बर्बाद कर रहे हैं. जिसके बाद प्रदेश के युवाओं का सब्र अब टूटता जा रहा है. आए दिन कर्मचारी चयन मंडल से रिजल्ट की मांग करते हुए हैशटैग ट्रेंड देखने को मिल रहे हैं. आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में कर्मचारी चयन मंडल के अंतर्गत कई प्रतियोगी परीक्षाएं हुई हैं, जिनके रिजल्ट के इंतजार में प्रदेश के युवा अपना समय बर्बाद कर रहे हैं.
8 से भी ज्यादा परीक्षाओं के रिजल्ट रुके
बता दें कि मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल की 8 से भी ज्यादा परीक्षाओं के रिजल्ट वर्षों से अटके हुए हैं. दो सब ग्रुप की परीक्षाओं के रिजल्ट जारी हुए थे, उसमें भी बोनस अंक नहीं जुड़ पाने के कारण परीक्षा के रिजल्ट विथड्रॉ कर लिए गए हैं. ऐसे में बेरोजगार पढ़े लिखे युवाओं को एग्जाम का रिजल्ट आने के बाद एक उम्मीद दिख रही थी लेकिन अब वो भी खत्म हो गई है.
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