
Gwalior News: एक तरफ लोग बिजली की अघोषित कटौती से परेशान हैं वही बिजली महकमा बिजली की चोरी से. बिजली विभाग के आंकड़े बताते हैं कि सबसे ज्यादा बिजली चोरी ग्वालियर, चंबल अंचल मे होती है.
बिजली चोरी के लिए विभाग हर तरह से कार्रवाई कर चुका है लेकिन बिजली चोरी में कमी नही आयी. जब कम्पनी के अधिकारियो में इसकी गहन जांच पड़ताल की तो चौँकाने वाला खुलासा हुआ कि दिन में लोग चोरी बंद कर देते हैं और रात होते ही एसी चलाते समय चोरी करना शुरू कर देते हैं. अब मध्यप्रदेश विद्युत वितरण कम्पनी ने इनसे निपटने के लिए रात मे औचक छापे डालने की रणनीति बनाई हैं. इसके लिए छापामार जाँचदल का गठन किया है.
ग्वालियर चम्बल अंचल में लाइन लोसेस बिजली कम्पनी के लिए मुसीबत बना हुआ है. उनका मानना हैं कि प्रदेश मे सबसे ज्यादा बिजली चोरी यही होती हैं. लेकिन यह खुलासा हुआ कि सबसे ज्यादा चोरी रात मे होती हैं. लोग दिन मे कटिया के तार हटा देते हैं लेकिन रात होते ही इन्हे डालकर धड़ल्ले से चोरी की बिजली से एयर कंडीशन की ठंडी हवा का आनंद लेते हैं. लेकिन अब बिजली कम्पनी ने इनके खिलाफ कार्रवाई की बड़ी रणनीति बनाई हैं. मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के महा प्रबंधक नितिन मांगलिक बताते हैं कि हमने अब बिजली चोरी रोकने के लिए व्यापक रणनीति बनाई हैं.इसके लिए टीमों का गठन किया हैं जो रात को एक्टिव होंगी, चिन्हित करेंगी और फिर चोरी पकड़ने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
कांग्रेस ने बोला हमला
इस मामले को लेकर कांग्रेस आक्रमक भी हैं. ग्वालियर के पूर्व कांग्रेस विधायक डॉ सतीश सिंह सिकरवार का कहना है कि ऊर्जामंत्री ने तमाम तरह के गुंडे बदमाश आउट सोर्स के माध्यम से भर्ती कर दिए हैं. अगर ये वसूली करने निकलेंगे तो जनता इनको मुंहतोड़ जवाब देगी.