
Crime News Satna: सतना जिले के पवैया में करीब 40 दिन पहले हुई हत्या के मामले में फिर नया मोड़ सामने आया है. जिन पर हत्या (Murder) का संदेह है उन आरोपियों के द्वारा मृत युवक के पिता और परिवार को केस वापस लेने के लिए डराया-धमकाया जा रहा है. यही नहीं प्रकरण में गवाह देने वाले लोगों को भी कोर्ट (Court) न पहुंचने की हिदायत दी जा रही है. पीड़ित परिवार ने मंगलवार को पुलिस अधीक्षक (SP Satna) के पास सुरक्षा की गुहार लगाई है. कुछ दिनों पहले कोठी थाना क्षेत्र पवईया में मनीष सिंह की हत्या की गई थी. जिसके मामले में नरेंद्र सिंह और योगेंद्र सिंह की भूमिका होने का शक जताया गया था. मृतक के पिता राम सिंह ने प्रशासन को आवेदन देकर हत्या की जांच में बाधा डालने और परिवार को जान से मारने की धमकी देने के गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने पुलिस पर भी रिश्वत लेकर जांच प्रभावित करने का आरोप लगाया है.
क्या थी घटना?
ग्राम पवैया निवासी राम सिंह ने बताया कि 21 फरवरी को बेटे मनीष सिंह की हत्या कर दी गई थी. इस मामले में अज्ञात आरोपियों पर FIR दर्ज हुई थी. पुलिस जांच जारी थी तब राम सिंह ने दावा किया कि गांव के ही योगेन्द्र सिंह और नरेन्द्र सिंह इस हत्या में संलिप्त हैं और वे पुलिस जांच को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं.
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गवाहों को मिल रही धमकियां
आवेदन में कहा है कि योगेन्द्र सिंह और नरेन्द्र सिंह गवाहों को डरा-धमका रहे हैं, ताकि वे अदालत में बयान न दें. उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपी अपने पैसों के बल पर गवाहों को खरीदने और पुलिस को रिश्वत देने का प्रयास कर रहे हैं, जिससे यह मामला आगे न बढ़ सके. राम सिंह का आरोप है कि आरोपी लगातार उनके परिवार को धमका रहे हैं. उन्होंने कहा, "योगेन्द्र सिंह और नरेन्द्र सिंह हमें धमकी दे रहे हैं कि अगर रिपोर्ट वापस नहीं ली और पुलिस जांच को नहीं रोका, तो वे हमें और हमारे परिवार को जान से मार देंगे." इस कारण पीड़ित परिवार डरा हुआ है और न्याय के लिए प्रशासन से गुहार लगा रहा है.
क्या पुलिस देगी सुरक्षा?
राम सिंह ने सतना एसपी से मांग की है कि उनके बेटे मनीष सिंह की हत्या के मामले में निष्पक्ष जांच हो और आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए. उन्होंने पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जांच निष्पक्ष नहीं हो रही है, क्योंकि आरोपी प्रभावशाली हैं और वे पैसे के दम पर कानूनी प्रक्रिया को प्रभावित कर रहे हैं. ऐसे में प्रश्न यह है कि क्या पीड़ित परिवार को सुरक्षा मिलेगी?
क्या कहती है पुलिस?
इस मामले में कोठी थाना प्रभारी प्रशिक्षु आईपीएस मनीष भारद्वाज का कहना है कि जांच प्रक्रिया जारी है और सभी पहलुओं पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है. पुलिस अधिकारियों ने कहा कि यदि किसी भी व्यक्ति पर गवाहों को धमकाने या जांच प्रभावित करने के आरोप सिद्ध होते हैं, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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