
Dhamtari News: धमतरी जिले के अर्जुनी थाने में आरोपी दुर्गेश कठोरिया की पुलिस हिरासत (कस्टडी) में मौत हो गई. बताया जा रहा है कि पुलिस ने दुर्गेश को 31 मार्च शाम लगभग साढ़े 4 बजे न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया था. उसी दिन शाम 6 बजे थाना लाने के बाद स्वास्थ्य खराब होने के चलते उसकी मौत हो गई. शव को धमतरी जिला अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के लिए लाया गया है. परिजन जिला अस्पताल के बाहर धरना पर बैठे हुए हैं. मौत की वजह पोस्टमॉर्टम के रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी.
आरोपी बालोद, राजनांदगांव, गरियाबंद और बालाघाट में भी ठगी के मामले में फरार चल रहा था. आरोपी दुर्गेश पर किसानों के धान को अधिक कीमत पर बेचने का आरोप लगा था. इसके जरिए उस पर 7 करोड़ 73 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप था.
29 मार्च को हुई थी गिरफ्तारी
दुर्गेश की पत्नी, मां और पिता थाना प्रभारी सनी दुबे पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि जब उसे 29 मार्च को दुर्ग के सीमार्ट के पास से गिरफ्तार किया था, तब तो वह पूरी तरह स्वस्थ था. दुर्ग में वो अपने परिजनों के साथ कुछ सामा लेने गया हुआ था. उसी दौरान धमतरी पुलिस ने गिरफ्तार किया था. इसके बाद पुलिस ने उन्हें 31 मार्च को दुर्गेश की तबीयत खराब होने की जानकारी दी. जब थाने पहुंचे तो पता चला कि उसकी मौत हो चुकी है.
थाना प्रभारी पर लगाए गंभीर
इसके बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल लाया गया, जहां परिजन भी पहुंच गए. परिजनों ने थाना प्रभारी और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं और जांच कराने के बाद कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. मृतक के परिजन अस्पताल के बाहर धरने पर बैठे हुए हैं. परिजन अर्जुनी थाना प्रभारी सनी दुबे पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
वहीं, इस मामले की जानकारी जैसे ही धमतरी विधायक और एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं को हुई तो सभी जिला अस्पताल पहुंच गए. इस दौरान परिजनों के बीच किसान भी पहुंच गए, जहां बहसबाजी हुई. पुलिस ने सभी को शांत कराने की कोशिश की, लेकिन परिजन धरने पर बैठे रहे.
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दोषियों पर होगी कार्रवाई
वहीं, धमतरी उप पुलिस अधीक्षक मणि शंकर चंद्रा ने कहा कि मामले में जांच चल रही है. इसके बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत की वजह का खुलासा होगा.