MP News : पोषण ट्रैकर... वो ऐप जिस पर हर दिन आंगनवाड़ी केंद्र की जानकारी दर्ज करनी होती है. लेकिन अशोकनगर जिले के कई आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ये काम सही से नहीं कर पा रहे हैं. इससे जिले की छवि खराब हो रही है. इसी कड़ी में अशोकनगर के जिला परियोजना अधिकारी ने सख्त कदम उठाए हैं. बता दें कि मंगलवार को मुंगावली ब्लॉक में एक बैठक बुलाई गई. इसमें आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को जरूरी निर्देश दिए गए. लेकिन करीब डेढ़ दर्जन कार्यकर्ता और सहायिकाएं बैठक में नहीं आईं. इसके बाद जिला परियोजना अधिकारी ने उन सबका पांच दिन का वेतन काटने का आदेश दिया.
ऐप पर जानकारी क्यों जरूरी?
पोषण ट्रैकर ऐप भारत सरकार का ऐप है. इसमें दर्ज जानकारी के आधार पर आंगनवाड़ी केंद्रों की समीक्षा होती है. जिससे ये पता चलता है कि बच्चों और महिलाओं को सही पोषण मिल रहा है या नहीं. लेकिन आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने इसे गंभीरता से नहीं लिया. जिला अधिकारी ने सभी कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे अपने काम को गंभीरता से लें. समय पर जानकारी दर्ज करें ताकि योजनाओं का सही फायदा जरूरतमंद लोगों को मिल सके.
जिला अधिकारी ने कहा है कि दिसंबर 2024 का वेतन तभी मिलेगा जब पोषण ट्रैकर ऐप पर सही समय पर जानकारी भरी जाएगी. इसके लिए सभी कार्यकर्ताओं को अंतिम चेतावनी दी गई है.
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गांवों की कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई
जिन आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का वेतन काटा गया है, उनमें जाखलौन, जसनखेड़ी, जरौली बुजुर्ग, फूलेंदी, पथरिया, रमपुरा मुहाल, बेलई (सहायिका), माहोली, मिर्जापुर, करीला मुहाल, छैवलाई, बमूरिया, पिपरिया, खुजराई (सहायिका), सेमरी टंकी, सिलावन, बिजोरी और हुरेरी के नाम शामिल हैं.
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