Hanuman Jayanti 2024: चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को हनुमानजी का जन्म हुआ था और इस दिन हनुमान जयंती के रूप में पूरा देश बड़ी धूमधाम से हनुमानजी की पूजा-अर्चना (Hanuman puja) करता है. हिंदू धर्म में राम भक्त बजरंगबली को सात चिरंजीवी में से एक माना जाता है यानी ऐसा माना जाता है कि बजरंगबली कलयुग में भी जीवित है और उन्हें कलियुग का देवता भी माना जाता है. इसके साथ ही यह भी मान्यता है कि बल,बुद्धि और विद्या देने वाले हनुमानजी को सच्चे मन से जो भक्त पूजता है उसके बिगड़े हुए काम बन जाते हैं और उन पर विशेष रूप से हनुमान जी की कृपा (Hanuman kripa) होती है. हनुमान जयंती का त्योहार प्रदेश में बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है इसी कड़ी में मध्य प्रदेश के बैतूल के टिकारी क्षेत्र में प्राचीन दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर (Dakshin mukhi hanuman mandir) है, वहां हनुमान जयंती का पर्व मनाया जा रहा है.
12 बजे होगा प्रसादी वितरण
प्राचीन दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर में सुबह चार बजे से भक्तों का तांता लगा हुआ है, मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद भक्त यहां बड़ी संख्या में हनुमान चालीसा का पाठ कर रहे हैं, इसके अलावा बड़े पैमाने पर प्रसादी भी तैयार की जा रही है. देर रात बारह बजे तक इस प्रसादी का वितरण किया जाएगा.
दक्षिण मुखी हनुमान जी की विशेषता
दक्षिण मुखी हनुमान जी की यह विशेषता है कि दाहिनी भुजा में जब हनुमानजी ने पर्वत उठाया था वे संत लोगों को तानने के लिए उठाया था, इस मंदिर की यह भी मान्यता है कि जो बेल पत्र या पीपल के पत्ते पर अपनी मनोकामना लिखकर प्रभु के सामने रखता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है.
पंडालों से सजा शहर
हनुमान जयंती पर नगर में जगह-जगह भंडारे, जगह जगह पंडाल लगाए गए हैं. बजरंगबली की झांकियां सजाई जा रही है, इसके साथ ही शहर में महायज्ञ की तैयारियां भी हो रही है, इस खास दिन पर हनुमान भक्त उनके नाम का उपवास रखते हैं और दान-पुण्य करते हैं. साथ ही अपने परिचितों को ढेरों बधाई भी भेजा करते हैं.
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