
International Day of Happiness History: आज के आधुनिक समय में, खासकर सोशल मीडिया और इंटरनेट से भरपूर जीवनशैली वाले समय में खुद को खुश रखना और अपने दिल-दिमाग को प्रसन्न रखना बहुत बड़ी चुनौती है. पूरी दुनिया में 20 मार्च को इंटरनेशनल डे ऑफ हैपीनेस (International Day of Happiness), यानी प्रसन्नता दिवस मनाई जाती है. इस दिन का खास और मुख्य उद्देश्य लोगों को खुशी का महत्व समझाना और मानसिक शांति और संतुष्टि की ओर मोटिवेट करने का होता है.

अंतर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस का इतिहास
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 12 जुलाई 2012 को 20 मार्च को इंटरनेशनल डे ऑफ हैपिनेस घोषित किया था. इससे पहले, साल 2011 में यूएन एडवाइजर जेम इलियन ने यूएन की महासभा में हैपीनेस डे को मनाने का प्रस्ताव रखा था. तभी से ये खास दिन यूएन के 193 सदस्य देशों में हर साल 20 मार्च के दिन मनाया जाने लगा. इस दिन लोगों को खुश रहने के लिए जागरूक किया जाता है.
इंटरनेशनल डे ऑफ हैपीनेस 2025 की थीम
पूरी दुनिया में एक साथ मनाए जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस का हर साल एक खास थीम निर्धारित किया जाता है. ये खास तौर से खुशी के महत्व को और भी अधिक स्पष्ट करती है. इस साल, यानी 2025 के International Day of Happiness की थीम 'केयरिंग एंड शेयरिंग' तय की गई है.

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ऐसे रखें खुद को हमेशा खुश
1. मी टाइम है जरूरीभागती-दौड़ती जिंदगी में लोग दूसरों को तो दूर, खुद को भी समय देना भूल गए हैं, जो आपको मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं होता है. खुद दो खुश रखने के लिए और प्रसन्न रहने के लिए खुद के साथ समय बिताना बहुत जरूरी है. खुद के साथ खाली बैठना आपके तनाव को दूर कर सकता है.
2. हमेशा पॉजिटिव थिंकिंगकिसी भी समय पॉजिटिव थिंकिंग रखना आपके आधे से ज्यादा दुख को दूर कर सकता है. सकारात्मक सोच रखने से मन संतुष्ट रहता है और कभी अशांत नहीं होता है. इससे आप हर परिस्थिति में खुश रह सकते हैं.
3. अकेला रहना खतरनाकमोबाइल और सोशल मीडिया ने लोगों को खुद से और अपनों से दूर कर दिया है. ऐसे में अकेलापन कई बार जानलेवा भी साबित होता है. अगर आप खुश रहना चाहते हैं तो समाज के बीच रहें और लोगों को महत्व दें. साथ ही, अपने परिवार, दोस्त, साथी, आदि के साथ घुल मिलकर रहें.
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4. लक्ष्य तय होबिना किसी लक्ष्य के जिंदगी जीना कभी सही नहीं माना जाता है. जीवन को और खुद को एक लक्ष्य देना बहुत जरूरी है. जब हमारे पास कोई दिशा होती है और हम उस दिशा में काम कर रहे होते हैं, तो हमें संतुष्टि और खुशी मिलती है.
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