Bhaiya Dooj Kab Kai: भाई दूज का पर्व भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को मजबूती प्रदान करता है. इस दिन बहनें अपने भाइयों के माथे पर तिलक लगाकर उनकी लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की प्रार्थना करती हैं. इसके बदले में भाई (Brothers) अपनी बहनों को उपहार और आशीर्वाद देते हैं. यह पर्व हर साल कार्तिक मास (Kartik Month) के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है. इस वर्ष भाई दूज (Bhaiya Dooj ) की तिथि को लेकर थोड़ी उलझन है, क्योंकि 31 अक्टूबर के बाद एक नवंबर का दिन खाली है. सामान्यत: दिवाली (Diwali) के अगले दिन गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja) और फिर भाई दूज (Bhaiya Dooj ) मनाई जाती है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं है.
ये है भाई दूज 2024 की सही तारीख (Bhai Dooj Right Time)
इस वर्ष भाई दूज का पर्व 2 नवंबर 2024 को रात 8:21 बजे से शुरू होकर 3 नवंबर 2024 को शाम 7:52 बजे समाप्त होगा. ज्योतिषीय गणना के मुताबिक, उदया तिथि के आधार पर भाई दूज का मुख्य पर्व रविवार, 3 नवंबर 2024 को मनाया जाएगा.
शुभ मुहूर्त: तिलक का समय (Bhai Dooj Shubh Muhurat)
- भाई दूज पर तिलक के लिए शुभ मुहूर्त रविवार 3 नवंबर को उपलब्ध रहेगा.
- ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 4:51 बजे से 5:43 बजे तक
- दोपहर का मुहूर्त: दोपहर 1:10 बजे से 3:22 बजे तक
- विजय मुहूर्त: दोपहर 1:54 बजे से 2:38 बजे तक
- तिलक का मुख्य शुभ समय दोपहर 1:16 बजे से 3:27 बजे तक रहेगा, जिसमें बहनें अपने भाइयों को तिलक कर सकती हैं.
यम द्वितीया का महत्व (Bhai Dooj Importance)
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भाई दूज को यम द्वितीया भी कहा जाता है. इस दिन यमराज अपनी बहन यमुना जी से मिलने आए थे और तभी से यह पर्व भाई दूज के रूप में मनाया जाने लगा. मान्यता है कि शुभ मुहूर्त में तिलक करने से भाइयों को सौभाग्य की प्राप्ति होती है और उनकी दीर्घायु होती है.
भाई दूज का प्रेमपूर्ण संदेश (Bhai Dooj Message)
भाई दूज का पर्व सिर्फ तिलक लगाने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह भाई-बहन के रिश्ते की गहराई, प्यार, और समर्पण को दर्शाता है. इस दिन बहनें अपने भाइयों के सुख-समृद्धि की कामना करती हैं, वहीं भाई भी अपनी बहनों को सुरक्षा और प्रेम का वचन देते हैं.