
मध्यप्रदेश में चंबल अंचल का एक महत्वपूर्ण शहर है दतिया. इस नाम के साथ शहर की स्थापना सन 1549 में हुई थी. राजा बीर सिंह देव से जुड़े इस शहर का वैभवशाली इतिहास तो है ही पीतांबरा पीठ की महिमा भी यहां खूब कही जाती हैं. ऐसी मान्यता है कि जब जब शहर या प्रदेश ही नहीं देश पर भी कोई विपदा आई है तो बड़े बड़े राजनेताओं ने पीतांबरा पीठ की ही शरण ली है. सिर्फ राजनेता ही नहीं अभिनेता भी मुश्किल वक्त पड़ने पर पीतांबरा पीठ के दरबार में ही शीश झुकाने आते हैं.
बीरसिंह देव का महल
दतिया में राजा बीर सिंह देव का विशाल महल है. इस महल की बनावट में कहीं मुगलिया तो कहीं राजपुताना वास्तुकला की छाप नजर आती है.
वैसे तो दतिया का इतिहास राजा बीर सिंह के नाम के साथ मशहूर है लेकिन बताया जाता है कि इसका नाम एक राक्षस के नाम पर रखा गया है. कुछ पौराणिक कथाओं के अनुसार दांतवक्र राक्षस के नाम पर शहर का नाम रखा गया जबकि कुछ कहानियों के अनुसार दतिया देतवक्त की राजधानी था इसलिए ये नाम रखा गया. हालांकि दोनों ही बातों के ठोस साक्ष्य मौजूद नहीं है.
मां बगुलामुखी का मंदिर
- पीतांबरा पीठ के दर्शन करने दूर दूर से भक्त दतिया आते हैं. इस मंदिर से जुड़े कई ऐसे किस्से हैं जो देश के बड़े बड़े राजनेताओं से जुड़े हैं. 1962 के युद्ध के दौरान स्वयं तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और कुछ फौजी अधिकारियों के निवेदन पर मंदिर में 51 कुंडीय यज्ञ हुआ. ये भी कहा जाता है कि अंतिम आहुति के साथ चीन ने अपनी सेना को वापस बुला लिया था. वो यज्ञशाला आज भी मंदिर में मौजूद है, जहां इस यज्ञ की पूरी जानकारी एक पट्टिका पर अंकित है.
- इसी मंदिर में सिंधिया राजघराने के सदस्य भी पूजा अर्चना करने आते हैं. उनका विशेष गेस्टहाउस ही इस मंदिर परिसर में स्थित है.
- अभिनेता संजय दत्त भी कानूनी मामलों में उलझने के बाद बगलामुखी के दर्शन करने दतिया आए थे.
अन्य जानकारी
- जिले का क्षेत्रफल -2959 वर्ग किलोमीटर
- तहसीलों की संख्या -5
- प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की संख्या -13
- नगर पालिकाओं की संख्या -1
- जिले की कुल जनसंख्या -786754
- ग्रामीण जनसंख्या - 604772
- जिला का शहरी जनसंख्या -181982
- गांवों की संख्या -735