मशरूम खाने से 15 लोग बीमार
जशपुर:
छत्तीसगढ़ के जशपुर में बरसाती सीजन में मिलने वाली जंगली मशरूम (खुखड़ी) खाने से एक दर्जन से अधिक लोग बीमार हो गए हैं. जिन्हें इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इन मरीज़ों में दो महिलाओं की हालत गंभीर बनी हुई है.
मामला जशपुर जिले के सन्ना थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम चलनी का है, जहां एक सामाजिक कार्यक्रम में पहुंचे लोग मशरूम (खुखड़ी) की सब्जी खाकर बीमार पड़ गए और सभी को एक साथ उल्टी होने लगी और चक्कर आने लगा. बीमार हुए लोगों की संख्या अब तक लगभग 15 बताई जा रही है जिनमें दो महिलाओं की हालत गम्भीर बनी हुई है. सभी मरीजों को इलाज के लिए सन्ना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है.
संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल होने के कारण और कर्मचारियों की कमी के कारण सन्ना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक डॉक्टर अर्जुन ध्रुव के साथ महज दो स्टाफ ही मौजूद हैं, जिनकी मदद से सभी मरीजों का समय पर प्राथमिकी इलाज किया जा रहा है. डॉक्टर अर्जुन ध्रुव ने बताया कि जंगलों में पाए जाने वाले कुछ मशरूम जहरीले होते हैं. शायद इसी मशरूम को खाने से ये लोग बीमार पड़े हैं. अब तक 15 लोग एडमिट कर लिए गए हैं सभी का प्राथमिकी इलाज किया जा रहा है.
छत्तीसगढ़ में 1200 रूपये किलो बिकती है जंगली मशरूम
छत्तीसगढ़ में जंगली मशरूम महंगी सब्जी है. यह सिर्फ सावन के महीने में बिकती है. यह सिर्फ छत्तीसगढ़ के जंगलों में ही पाई जाती है. जंगली मशरूम को देहात क्षेत्र में खुखड़ी (Khukhadi) कहते है. यह 1200 रुपए प्रति किलो की दर से बेची जाती है. लेकिन बाजार में आते ही यह सब्जी हाथों-हाथ बिक जाती है. इस सब्जी में अत्यधिक मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है.
जहरीली खुखड़ी खाने से हो जाती मौत
स्थानीय लोगों की माने तो ज्यादातर जंगली मशरूम खाने लायक होती हैं. वहीं कुछ मशरूम जहरीले होते हैं जिसे खाने से तबीयत बिगड़ जाती है. वहीं अधिक मात्रा में इसे खाने से मौत हो जाती है.
मामला जशपुर जिले के सन्ना थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम चलनी का है, जहां एक सामाजिक कार्यक्रम में पहुंचे लोग मशरूम (खुखड़ी) की सब्जी खाकर बीमार पड़ गए और सभी को एक साथ उल्टी होने लगी और चक्कर आने लगा. बीमार हुए लोगों की संख्या अब तक लगभग 15 बताई जा रही है जिनमें दो महिलाओं की हालत गम्भीर बनी हुई है. सभी मरीजों को इलाज के लिए सन्ना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है.
संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल होने के कारण और कर्मचारियों की कमी के कारण सन्ना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक डॉक्टर अर्जुन ध्रुव के साथ महज दो स्टाफ ही मौजूद हैं, जिनकी मदद से सभी मरीजों का समय पर प्राथमिकी इलाज किया जा रहा है. डॉक्टर अर्जुन ध्रुव ने बताया कि जंगलों में पाए जाने वाले कुछ मशरूम जहरीले होते हैं. शायद इसी मशरूम को खाने से ये लोग बीमार पड़े हैं. अब तक 15 लोग एडमिट कर लिए गए हैं सभी का प्राथमिकी इलाज किया जा रहा है.
छत्तीसगढ़ में 1200 रूपये किलो बिकती है जंगली मशरूम
छत्तीसगढ़ में जंगली मशरूम महंगी सब्जी है. यह सिर्फ सावन के महीने में बिकती है. यह सिर्फ छत्तीसगढ़ के जंगलों में ही पाई जाती है. जंगली मशरूम को देहात क्षेत्र में खुखड़ी (Khukhadi) कहते है. यह 1200 रुपए प्रति किलो की दर से बेची जाती है. लेकिन बाजार में आते ही यह सब्जी हाथों-हाथ बिक जाती है. इस सब्जी में अत्यधिक मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है.
जहरीली खुखड़ी खाने से हो जाती मौत
स्थानीय लोगों की माने तो ज्यादातर जंगली मशरूम खाने लायक होती हैं. वहीं कुछ मशरूम जहरीले होते हैं जिसे खाने से तबीयत बिगड़ जाती है. वहीं अधिक मात्रा में इसे खाने से मौत हो जाती है.