विज्ञापन
Story ProgressBack
This Article is From Aug 17, 2023

रानी अवंतीबाई जन्म जयंती समारोह में शामिल हुए प्रह्लाद पटेल, सुनाए बहादुरी के किस्से

1857 की क्रांति की महानायक रानी अवंतीबाई लोधी का जन्म जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए.

Read Time: 3 min
रानी अवंतीबाई जन्म जयंती समारोह में शामिल हुए प्रह्लाद पटेल, सुनाए बहादुरी के किस्से
समारोह के दौरान केन्द्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल व अन्य लोग

1857 की क्रांति की महानायक रानी अवंतीबाई लोधी का जन्म जयंती समारोह 16 अगस्त को जबलपुर में आयोजित किया गया. यह समारोह आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आव्ह्नान पर मनाया गया. जिसमें उन्होंने उन शहीदों को याद करने की अपील की थी, जिन्हें इतिहास में स्थान नहीं दिया गया है. इस समारोह में बड़ी संख्या में लोधी समाज के लोग शामिल हुए. समारोह में केंद्रीय जल शक्ति एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री प्रह्लाद पटेल विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए.

समारोह के दौरान केन्द्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने रानी अवंतीबाई के बहादुरी और देश प्रेम के किस्से बताए. उन्होंने कहा की रानी अवंती बाई लोधी बहुत कम उम्र में स्वतंत्रता संग्राम मे शामिल हो गई थीं. रानी अवंतीबाई ने जनता की सेवा के लिए अपना जीवन समर्पण कर दिया. उनकी उम्र बहुत कम थी लेकिन उन्होंने जनता के लिए बहुत बड़ा बलिदान दिया. इतने बड़े बलिदान के बावजूद उन्हें इतिहास में जगह नहीं दी गई.  

3ic2naig

कार्यक्रम के दौरान केन्द्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल

जनता से टैक्स वसूलने पर अंग्रेजों से लड़ गईं थीं रानी अवंतीबाई : केन्द्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल

केन्द्रीय मंत्री ने रानी अवंतीबाई की बहादुरी से जुड़ा एक किस्सा बताते हुए कहा कि उस समय रामगढ़ में अकाल पड़ा था और अंग्रेजों ने टैक्स वसूलने का अभियान चलाया था. रानी ने टैक्स वसूली का विरोध किया और अंग्रेजों से कहा कि यदि आपको टैक्स चाहिए तो मैं राजकीय खजाने से दे सकती हूं, लेकिन मेरी जनता टैक्स नहीं देगी. अंग्रेज इस बात के लिए तैयार नहीं थे और जनता से ही टैक्स वसूलने पर अड़े रहे. अंग्रेजों ने जैसे ही अधिकारियों को टैक्स वसूली के लिए भेजा, रानी के सैनिकों ने उन्हें पकड़ कर रानी के दरबार में पहुंचा दिया. इतिहास में यह एक अनूठा उदाहरण है. रानी अपनी जनता के लिए खुद खजाना खाली करने के लिए तैयार थीं. लेकिन परेशान जनता से एक पाई भी टैक्स वसूलने के खिलाफ थीं. उन्होंने आगे बताया कि इसी तरह कई क्रांतिकारियों के बलिदान अकल्पनीय हैं, जिन्हें इतिहास में जगह नहीं मिली. इनमें शंकर शाह और रघुनाथ शाह का बलिदान भी शामिल है.

प्रह्लाद पटेल ने कहा वर्तमान युग में रानी अवंतीबाई हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत हैं. इतिहासकारों ने इन्हे स्थान नहीं दिया लेकिन जिस अंग्रेज को रानी ने हराया था, उसने अपनी पुस्तक में रानी अवंतीबाई की इस घटना का उल्लेख किया. तब यह घटना प्रकाश में आई. आज हम गौरवान्वित हैं कि हम उस वंश परंपरा से जुड़े हुए लोग हैं जिन्होंने जनता के लिए लाखों बलिदानियां दीं. 

MPCG.NDTV.in पर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार,लाइफ़स्टाइल टिप्स हों,या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें,सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे:
NDTV Madhya Pradesh Chhattisgarh
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Our Offerings: NDTV
  • मध्य प्रदेश
  • राजस्थान
  • इंडिया
  • मराठी
  • 24X7
Choose Your Destination
Close