मध्यप्रदेश में बेरोजगारी, पटवारी भर्ती घोटाला और भ्रष्टाचार के खिलाफ एनएसयूआई ने कलेक्ट्रेट का घेराव करने का प्रयास किया. इस दौरान संगठन कार्यकर्ता मालवीय चौक पर इकट्ठा हुए. जुलूस की शक्ल में कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट की ओर बढ़े जहां पुलिस ने उन्हें घंटाघर पर ही रोक लिया. संगठन कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट तक पहुंचने का भरसक प्रयास किया.इस दौरान पुलिस और छात्र संगठन कार्यकर्ताओं के बीच धक्का-मुक्की शुरु हो गई.इसके बाद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग और लाठीचार्ज करते हुए सभी को खदेड़ दिया.
विरोध प्रदर्शन की तस्वीरें देखें
विरोध कर रहे कार्यकर्ताओं पर लाठी चार्ज
कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करती पुलिस
पुलिस की कार्रवाई को बर्बरता पूर्ण बताया : विधायक विनय सक्सेना
उन्होंने कहा- युवाओं को प्रदेश सरकार से लड़ने का हक है, नौकरी मांगने का हक है, शिक्षा मांगने का हक है.प्रदेश में महंगाई बढ़ रही है, अराजकता है, उसके खिलाफ आवाज उठाने का हक है हम आवाज उठाएंगे और उठाते रहेंगे.जितना हमें दबाए जाएगा आवाज और आंदोलन उतना ही तेज होगा और हम इस सरकार को उखाड़ देंगे.विनय सक्सेना ने कहा कि जबलपुर की जनता की कोई मांग है तो नेता हमारी सुनते नहीं है.मुख्यमंत्री के पास समय नहीं है, तो हम अपनी मांग लेकर कहां जाएं, इसलिए हम जिला अध्यक्ष कार्यालय आए थे लेकिन पुलिस ने हमारे शांतिपूर्ण आंदोलन को भी रोक दिया.
पुलिस का कहना नहीं हुआ लाठीचार्ज : थाना प्रभारी प्रशांत शुक्ला
थाना प्रभारी प्रशांत शुक्ला ने बताया की एनएसयूआई के कार्यकर्ता अंजुमन स्कूल के सामने एकत्रित हुए और जिला अध्यक्ष कार्यालय जा रहे थे.इसकी अनुमति नहीं दी गई थी, इन्हें घंटाघर के पास रोक लिया गया तो यह धक्का-मुक्की करने लगे तो हमने गिरफ्तार करके भेज दिया.पुलिस ने लाठी चार्ज नहीं किया है बल्कि हल्का बल प्रयोग करके हटाया गया है।