मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अचानक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) कार्यालय पहुंच गए. उनका यह दौरा पूर्व से निर्धारित नहीं था. जैसे ही मुख्यमंत्री इंदौर के संघ के कार्यालय पहुंचे मीडिया को इस बात की भनक लगी. मीडिया कर्मी संघ कार्यालय के बाहर जमा हो गए. मुख्यमंत्री ने हाथ जोड़कर जाते हुए कहा कि इससे चुनाव का कोई लेना देना नहीं मेरे भाई..
इंदौर में बुधवार को रात लगभग 8:15 पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अचानक अर्चना कार्यालय, जो कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का कार्यलय है, पहुंच गए. संघ कार्यालय में मुख्यमंत्री लगभग आधा घंटा रुके.
मुख्यमंत्री इससे पहले मंदसौर में विकास पर्व कार्यक्रम के तहत रोड शो में थे. वहां से इंदौर आकार भोपाल जाने के बजाय वे सीधे अर्चना कार्यालय पहुंच गए. वहा उनकी बंद कमरे में आरएसएस से जुड़े पदाधिकारियों से चर्चा हुई. मुख्यमंत्री करीब आधे घंटे रुकने के बाद बाहर आए तो मीडिया के माइक देखकर सभी के हाथ जोड़ लिए और कहा कि, ''भैया आज बाइट नहीं, सभी को मेरा नमस्कार.''
जब उनसे सवाल किए गए तो उन्होंने कहा, इसका चुनाव से कोई संबध नहीं है. फिर मुख्यमंत्री यहां से सीधे एयरपोर्ट की तरफ रवाना हो गए. हालांकि मुख्यमंत्री का अचानक इंदौर संघ के अर्चना कार्यालय में आना सवाल जरूर खड़े कर रहा है.अक्सर जब भी मुख्यमंत्री का दौरा होता है तो जनसंपर्क विभाग की ओर से मीडिया को इसकी जानकारी दी जाती है. बाकायदा प्रशासन का अमला अलर्ट पर रहता है और तमाम भाजपा संगठन के नेता एवं मंत्री विधायक उनकी अगवानी के लिए पहुंच जाते हैं. लेकिन यह दौरा पूरी तरह से गोपनीय था.
हालांकि यह सभी को पता था कि मंदसौर से मुख्यमंत्री इंदौर पहुंचेंगे और फिर इंदौर से भोपाल के लिए रवाना होंगे. आरएसएस के प्रचार प्रमुख से भी जब इस संबंध में चर्चा की गई तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया. हालांकि सूत्र बता रहे हैं कि इंदौर में आज संघ का एक आयोजन था जिसमें प्रांत संघ संचालक प्रकाश शास्त्री की किताब 'मैं मीसाबंदी' का विमोचन हुआ. इस विमोचन में संघ के अखिल भारतीय सह संपर्क प्रमुख सुनील देशपांडे मालवा प्रांत के प्रचार प्रमुख विनय दीक्षित और पूर्व प्रांत संघ संचालक कृष्ण कुमार आष्टाना के साथ ही संघ के बलिराम दीक्षित भी मौजूद थे.