
India Pakistan Tension: रक्षा और विदेश मंत्रालय ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पाकिस्तान ने सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की है. सियाचिन से लेकर गुजरात के भुज तक 36 स्थानों को टारगेट करते हुए 300-400 ड्रोनों का इस्तेमाल किया है. भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने इन्हें नाकाम कर दिया था. भारतीय सेना पाकिस्तान द्वारा इस्तेमाल किए गए ड्रोन के मलबे को कब्जे में लिया है और जांच की जा रही है. वहीं, अभी की प्राथमिक जांच में पता चला है कि वे ड्रोन तुर्की के असीस गार्ड सौंगर ड्रोन हैं.
भारत ने कायनेटिक और नॉन कायनेटिक संसाधनों का इस्तेमाल करके की ड्रोन्स को मार गिराया है. इन ड्रोन के जरिए घुसपैठ करने का मतलब वायु रक्षा प्रणालियों का परीक्षण करना और खुफिया जानकारी इकट्ठा करना था. पाकिस्तान ने ड्रोन से भठिंडा सैन्य अड्डे को भी निशाना बनाने की कोशिश की, जिन्हें नष्ट कर दिया था.
#WATCH | Delhi: Wing Commander Vyomika Singh says, "...Pakistan did not close its civil airspace despite it launching a failed unprovoked drone and missile attack on 7 May at 08:30 hours in the evening. Pakistan is using civil airliner as a shield, knowing fully well that its… pic.twitter.com/U73YyFYj6h
— ANI (@ANI) May 9, 2025
पाकिस्तान नागरिक इलाकों में गोली बारी कर रहा
कर्नल सोफिया अंसारी ने बताया कि पाकिस्तान ने तंगधार, उरी, पुंछ, राजौरी, अखनूर और उधमपुर में भारी कैलीबर, आर्टिलरी गन और सशस्त्र ड्रोन ने भारी गोलीबारी की है, जिसका भारतीय सेना ने जवाब दिया है. इससे पाकिस्तानी सेना को काफी नुकसान पहुंचा है. पाकिस्तान पुंछ सहित कई जगहों पर गोलाबारी की है, जिसका भारतीय सशस्त्र बलों ने जवाब दिया है. इससे पाकिस्तानी सेना का काफी नुकसान पहुंचा है. पाकिस्तान ने पुंछ में गुरुद्वारे को निशाना बनाया है. पाकिस्तान ने उकसावे वाली कार्रवाई की है.
पाकिस्तान का गैर जिम्मेदाराना रवैया सामने आया है. करांची और लाहौर के बीच हवाई मार्ग पर नागरिक प्लाइट उड़ानें भर रही हैं. वह नागरिक विमानों को अपनी रक्षा के लिए ढाल के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है.
नागरिक विमानों को ढाल के तौर पर इस्तेमाल कर रहा पाक
विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा कि पाकिस्तान ने 7 मई को शाम 8:30 बजे एक असफल ड्रोन और मिसाइल हमला करने के बावजूद अपना नागरिक हवाई क्षेत्र बंद नहीं किया. पाकिस्तान नागरिक विमान को ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहा है. यह अच्छी तरह से जानते हुए कि भारत पर उसके हमले से भारत की वायु रक्षा प्रतिक्रिया तेज हो जाएगी. भारतीय वायु सेना ने अपनी प्रतिक्रिया में काफी संयम दिखाया, जिससे अंतरराष्ट्रीय नागरिक फ्लाइट्स की सुरक्षा सुनिश्चित हुई.