
Jammu Kashmir Terrorist Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार दोपहर हुए आतंकी हमले ने एक बार फिर से देश को हिलाकर रख दिया है. सेंट्रल एजेंसी के सूत्रों के अनुसार, इस आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत हो गई है. हमले की खबर सुनते ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह श्रीनगर पहुंच गए हैं. इस कायरता पूर्ण आतंकी हमले ने देश में हुए पुराने जख्मों को भी कुरेद कर रख दिया है. देश में पहले भी कई आतंकी हमले हुए हैं, जिनमें लोगों ने जानें गंवाई हैं.
संसद आतंकी हमला (Parliament Terror Attack 2001)
3 दिसंबर, 2001 की सुबह शीतकाली सत्र के दौरान एंबेस्डर कार से घुसे पांच आतंकियों ने अंधाधुंध गोलियां चलाकर कई लोगों की जान ले ली थी. आतंकियों ने कार के ऊपर लाल बत्ती लगा रखी थी और विंडशील्ड पर गृह मंत्रालय का स्टीकर लगा था. आतंकी सीधे उप राष्ट्रपति कृष्णकांत के काफिले की ओर बढ़े, जहां सुरक्षाकर्मी तैनात थे. और उप राष्ट्रपति संसद में थे. वहा कार को टक्कर मारते हुए संसद के गेट नंबर -1 के पास करीब 11:30 बजे कार के चारों दरवाजे खोलकर उतर गए और तुरंत अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. उनके हाथों में एके-47 रायफल थी.
पांचों की पीठ पर हथियारों से लैस बैग टंगे थे. इस आतंकी हमले में दिल्ली पुलिस के नानक चंद, रामपाल, ओमप्रकाश, बिजेन्द्र सिंह और घनश्याम तथा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की एक महिला कांस्टेबल कमलेश कुमारी और संसद सुरक्षा के दो सुरक्षा सहायक जगदीश प्रसाद यादव और मातबर सिंह नेगी बहादुरी से सामना करते हुए शहीद हो गए थे. इस हमले में एक कर्मचारी देशराज भी शहीद हुए थे.
मुंबई आतंकी हमला 2008 (26/11 Mumbai Terrorist Attack)
मुबंई में हुए 26 नवंबर 2008 को हुए आतंकी हमले को देश कभी नहीं भूल सकता, कि आतंकी कैसे मासूम लोगों पर अंधाधुंध गोलियां बरसाई थीं. आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) के 10 आतंकी समुद्र के रास्ते उस रात मुंबई में दाखिल हुए थे. इन हमलावरों ने करीब 60 घंटे तक मुंबई में खूनी खेल खेला था और निर्दोष लोगों पर अंधाधुंध गोलियां बरसाई थीं. इस घटना को याद करते हुए लोग आज भी सहम जाते हैं. आतंकियों के हमले में 166 लोगों की जान गई थी और सैकड़ों लोग घायल हुए थे.
आतंकियों ने दो फाइव स्टार होटल (होटल ताजमहल और ओबेरॉय होटल), छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (सीएसटी) रेलवे स्टेशन, लियोपोल्ड कैफे, कामा अस्पताल और यहूदी केंद्र नरीमन हाउस को निशाना बनाया था. मुंबई हमले में शामिल 10 आतंकियों में से सिर्फ एक, अजमल कसाब को ही जिंदा पकड़ा जा सका था. इसे कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद 21 नवंबर 2012 को पुणे के यरवडा जेल में फांसी दी गई थी.
पुलवामा आतंकी हमला (Pulwama Terror Attack)
14 फरवरी, 2019 को जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सीआरपीएफ (CRPF Jawan) पर आतंकियों ने हमला कर दिया. इस हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे. विस्फोटक से भरी एक कार ने सीआरपीएफ के काफिले में चल रही बस को टकरा मार दी थी. सीआरपीएफ के जवानों पर जब यह हमला हुआ था, उस वक्त जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर-नेशनल हाईवे के जरिए केंद्रीय रिजर्व सुरक्षा बल का काफिला जम्मू से श्रीनगर की ओर जा रहा था. सीआरपीएफ के काफिले में 60 से ज्यादा सैन्य वाहन मौजूद थे.
इस हमले की साजिश पाकिस्तान में बैठे जैश-ए-मोहम्मद ने रची थी. जांच में सामने आया था कि सीआरपीएफ के बस को निशाना बनाने का आइडिया काकापोरा के एक दुकानदार का था. NIA ने इस हमले की जांच की और कुल 13500 पेज की चार्जशीट फाइल की थी. जिसमें कुल 19 आरोपियों के नाम थे. आरोपियों में 22 साल का शाकिर जम्मू-श्रीनगर हाइवे पर लेथपोरा पुल के नजदीक फर्नीचर की दुकान चलाता था. NIA ने शाकिर को जांच के बाद गिरफ्तार कर लिया था.