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INS Vikrant: कराची की खैर नहीं! आईएनएस विक्रांत ना'पाक' हरकतों का जवाब देने के लिए तैयार! जानिए खूबियां

India Pakistan Attack: ऑपरेशन सिंदूर के बीच भारतीय नौसेना ने कहा कि वह देश के 'समुद्री हितों की रक्षा' के लिए किसी भी समय और कहीं भी कार्रवाई करने के लिए तैयार है. कुछ दिनों पहले भारतीय नौसेना ने अरब सागर में एक युद्धाभ्यास किया था. वहीं अब INS विक्रांत को एक्टिव कर दिया गया है. इसने जिसने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में अहम भूमिका निभाई थी.

INS Vikrant: कराची की खैर नहीं! आईएनएस विक्रांत ना'पाक' हरकतों का जवाब देने के लिए तैयार! जानिए खूबियां
India Pakistan Attack, INS Vikrant: क्यों खास है INS विक्रांत?

India Pakistan Tension: आईएनएस विक्रांत (INS Vikrant) महज एक जहाज नहीं है, बल्कि यह अपने आप में चलता फिलता शहर है, ये किसी वॉर ज़ोन से कम नहीं है. भारत पकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच INS Vikrant अब नापाक हरकतों का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पूरी तरह से एक्टिव हो गया है. आईएनएस विक्रांत के हर भाग की अपनी एक खूबी है, एक ताकत है, अपनी एक विकासयात्रा भी है. आईएनएस विक्रांत पहला स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर है और हमारे देश द्वारा निर्मित अब तक का सबसे जटिल युद्धपोत है. आइए जानते हैं इसके बारे में.

क्यों खास है 'विक्रांत'?

भारतीय नौसेना वर्तमान में दो विमानवाहक पोतों- और आईएनएस विक्रमादित्य का संचालन करती है. 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आईएनएस विक्रांत को राष्ट्र को समर्पित किया था. जिसके बाद INS विक्रांत ने भारत की समुद्र की शक्ति में नया हथियार बना है. 45,000 टन पूर्ण विस्थापन क्षमता के साथ विक्रांत भारत में डिज़ाइन और निर्मित किया गया सबसे बड़ा नौसैनिक जहाज़ है और इस उपलब्धि के साथ देश संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस, रूस, इटली और चीन जैसे उन राष्ट्रों के समूह में शामिल हो गया है जो ऐसी क्षमता रखते हैं.

नौसेना में शामिल होने के साथ यह विमानवाहक पोत भारतीय नौसेना को एक प्रमुख समुद्री सैन्य बल या ‘ब्लू वाटर फोर्स' के रूप में स्थापित करेगा जिसके पास दूर समुद्र में अपनी शक्ति प्रदर्शित करने की क्षमता होगी. 

आईएनएस विक्रांत का डिजाइन भारतीय नौसेना की अपनी संस्था वॉरशिप डिजाइन ब्यूरो ने तैयार किया है तथा इसका निर्माण पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय के अधीन सार्वजनिक क्षेत्र की शिपयार्ड कंपनी, कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड ने किया है. विक्रांत का निर्माण अत्याधुनिक स्वचालित विशेषताओं से लैस है और वह भारत के सामुद्रिक इतिहास में अब तक का सबसे विशाल निर्मित पोत है.

स्वदेशी वायुयान वाहक का नाम उसके विख्यात पूर्ववर्ती और भारत के पहले विमान वाहक पोत के नाम पर रखा गया है, जिसने 1971 के युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.

क्या है खूबियां?

  • लंबाई: 262 मीटर
  • चौड़ाई: 62 मीटर
  • ऊंचाई: 59 मीटर
  • 4 गैस टर्बाइंस – 88 मेगावॉट पावर
  • 40 फाइटर जेट्स – हवा में एक झुंड की तरह हमला
  • 14 डेक्स – यानी 14 मंज़िला इमारत जितना आकार
  • हॉस्पिटल, स्वीमिंग पूल, मॉडर्न किचन
  • 45 दिन तक समुद्र में बिना रुके रह सकता है.
  • रनवे – 2 फुटबॉल फील्ड जितना बड़ा
  • INS विक्रांत सिर्फ जहाज नहीं, एक पूरा वार ज़ोन है.
  • 32 बराक-8 मिसाइल
  • 16 ब्रह्मोस मिसाइल
  • 1 ओटो मेलारा नेवल गन
  • 4 AK-630 CIWS
  • 4 टॉरपीडो लॉन्चर और दो सी किंग या ध्रुव हेलिकॉप्टर

वहीं अरब सागर में तैनात INS विक्रांत ने कराची को निशाने पर लेकर पाकिस्तान के सामने अंतरराष्ट्रीय जल क्षेत्र में तैनाती शुरू कर दी है. आदेश मिलते ही नौसेना कभी भी कराची पर कहर ढहाना शुरू कर सकती है.

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