
symptoms of fatty liver: लीवर शरीर से वेस्ट प्रोडक्ट को बाहर निकालने का काम करता है. यह शरीर के लिए प्रोटीन भी बनाता है, आयरन को स्टोर करता है और पोषक तत्वों को एनर्जी में बदलता है. हालांकि, जब आपके लीवर में बहुत ज्यादा फैट जमा हो जाता है, तो लीवर के सामान्य कामकाज में बाधा पैदा हो जाती है. फैटी लीवर रोग सिरोसिस जैसी खतरनाक बीमारी के खतरे में डाल सकता है. लीवर की इस बीमारी के बारे में जानने के लिए पढ़ते रहें.
फैटी लीवर रोग के रिस्क फैक्टर्स | Risk factors for fatty liver disease
फैटी लीवर की बीमारी नॉन-अल्कोहल स्टीटोहेपेटाइटिस का कारण बन सकती है, जो कि बीमारी का एक आक्रामक रूप है जिससे सिरोसिस का अनुभव होने की संभावना बढ़ जाती है.
मेयो क्लिनिक का कहना है, "अल्कोहल फैटी लीवर रोग और नॉन-अल्कोहल स्टीटोहेपेटाइटिस की मेन कॉम्प्लीकेशन सिरोसिस है, जो लीवर में देर से होने वाला निशान है.
सिरोसिस के लक्षण (symptoms of cirrhosis)
मेयो क्लिनिक के अनुसार, भ्रम, नींद न आने की समस्या सिरोसिस के लक्षण हैं. इसके अलावा, पेट में कोई भी तरल पदार्थ बनना, आपके एसोफैगल में नसों की सूजन का अनुभव कर सकता है, जो फट सकता है और खून बह सकता है.
फैटी लीवर रोग के लक्षण | Symptoms of Fatty Liver Disease
- पेट में सूजन
- प्लीहा का बढ़ना
- लाल हथेलियां
- त्वचा और आंखों का पीला पड़ना
फैटी लीवर रोग के जोखिम को कैसे कम करें? | How to reduce the risk of fatty liver disease?
एक हेल्दी डाइट चुनें, फलों, सब्जियों, साबुत अनाज और हेल्दी फैट से भरपूर हेल्दी प्लांट-बेस्ड चीजों को डाइट में शामिल करें. इसके अलावा, हेल्दी वेट बनाए रखें, अगर आप ज्यादा वजन वाले या मोटापे से ग्रस्त हैं, तो हर दिन अपनी खाने वाली कैलोरी को कम करें और ज्यादा से ज्यादा एक्सरसाइज करें.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.