
Arjun Rampal: कहते हैं हीरो दिल जीतता है, लेकिन विलेन अपनी छाप छोड़ता है. जब बात आती है एक खतरनाक और दमदार खलनायक बनने की, तो अर्जुन रामपाल (Arjun Rampal) ने इस कला को बखूबी निभाया है. अपनी गंभीरता से उन्होंने दर्शकों को न केवल डराया, बल्कि अपने किरदारों से दीवाना भी बना दिया. आइए नजर डालते हैं उन 7 मौकों पर जब अर्जुन रामपाल बने सबसे यादगार खलनायक.
ओम शांति ओम
अगले दो सालों में ये फिल्म दो दशक पूरे कर लेगी, लेकिन अर्जुन रामपाल का माइक मेहरा आज भी याद किया जाता है. बिना खून-खराबे के एक स्मार्ट और चालाक विलेन की परिभाषा अर्जुन ने इस रोल से दी. कम लोग जानते हैं कि अर्जुन ने इस किरदार को शुरू में 'बहुत जयादा इविल' कहकर ठुकरा दिया था, लेकिन बाद में उन्होंने इसे निभाकर एक क्लासिक बना दिया.
राणा नायडू सीजन 2
इस सीरीज के दूसरे सीजन में अर्जुन रामपाल रऊफ के रोल में छा गए. रऊफ एक ऐसा किरदार है जो न तो माफी मांगता है और न ही अपनी हरकतों से डरता है. अर्जुन ने इसे ‘अनहिंग्ड और रॉ' कहा और माना कि ऐसे किरदार बहुत कम ही मिलते हैं.
रा.वन
इस फिल्म में अर्जुन ने साबित किया कि विलेन भी हॉट और खतरनाक हो सकते हैं. रा.वन के रूप में उन्होंने न केवल अपनी स्क्रीन प्रेजेस से सबको प्रभावित किया, बल्कि उनका डायलॉग "तुम हर साल रावण को इसीलिए जलाते हो, क्योंकि तुम जानते हो... वो कभी नहीं मरता" आज भी याद किया जाता है.
डैडी
2017 की इस फिल्म में अर्जुन ने गैंगस्टर अरुण गवली की भूमिका निभाई. सड़कों से सत्ता तक का सफर दिखाते हुए उन्होंने इस किरदार को बड़ी सहजता से जिया. यह किरदार एक क्रिमिनल के साथ-साथ लोगों के लिए 'डैडी' भी था. एक तरह का मॉडर्न डे रॉबिनहुड.
धाकड़
धाकड़ में अर्जुन ने फिर साबित कर दिया कि एक कूल और डेंजरस विलेन भी दर्शकों को आकर्षित कर सकता है. उनकी फिजिक, लुक और स्क्रीन पर उनकी मौजूदगी ने इस किरदार को बेहद प्रभावशाली बना दिया.
क्रैक
मुंबई की गलियों से लेकर एक्सट्रीम स्पोर्ट्स की दुनिया तक, इस फिल्म में अर्जुन ने एक ऐसे विलेन का रोल निभाया जो पूरी तरह से अड्रेनालिन से भरा हुआ था. एक बार फिर उन्होंने दिखाया कि वह असली OG विलेन हैं.
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