Chhattisgarh News in Hindi: ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ते नशाखोरी (Drug Abuse) के कारण अब आने वाली नई पीढ़ी पर इसका साफ असर दिख रहा है. गांव-गांव में बिकने वाले महुआ शराब, गांजा एवं मेडिकल नशा के कारण स्थिति खराब है. इससे निपटने के लिए छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सक्ती (Sakti) जिले के डभरा ब्लॉक अंतर्गत नवापारा ड ग्राम की सैकड़ों महिलाएं ने खुद जिम्मा उठाया है. लेकिन, उन्हें इस काम में परेशानी आ रही है. जब नशा का सामान बेचने वालों के घर जाकर उन्हें मना किया जा रहा है, तो महिलाओं को दबंगों द्वारा धमकी दी जा रही है.
मजदूरी करने वाले परिवार हो रहे प्रभावित
नवापारा ड ग्राम की महिलाओं ने ग्राम में पूर्णतः नशाबंदी करने की मुहिम छेड़ी है. इसके लिए उन्होंने सक्ति जिले के कलेक्टर अमृत विकास टोपनो और पुलिस अधीक्षक अंकिता शर्मा से मिलकर अपनी समस्या बताई. महिलाओं के अनुसार, गांव में बड़े स्तर पर महुआ शराब और गांजा की बिक्री हो रही है, जिससे रोजी मजदूरी करने वाले परिवार बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं. नशाखोरी करने वाले लोग पैसे नहीं मिलने पर घर के पीडीएस चावल को बेचकर शराब खरीद रहें हैं. बच्चे एवं युवा अपनी पढ़ाई छोड़कर नशा के गिरफ्त में अपना भविष्य खराब कर रहे हैं.
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उग्र आंदोलन का दिया आश्वासन
महिलाओं ने जिला कलेक्टर और एसपी से नशाखोरी के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही. महिलाओं ने बड़े अधिकारियों से निवेदन किया है कि जल्द ही अगर सभी नशे के ठेकेदारों पर कार्रवाई नहीं की जाएगी, तो वे उग्र आंदोलन को मजबूर होंगी.
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