Chhattisgarh News : छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के दंतेवाड़ा (Dantewara) जिला अस्पताल में एक बार फिर लापरवाही का मामला सामने आया है. यहां कुपेर गांव की एक प्रसूता महिला रीता को अस्पताल से डिस्चार्ज के बाद 'महतारी एक्सप्रेस' की सुविधा नहीं दी गई. जिससे उसे नवजात शिशु के साथ भूखे-प्यासे अस्पताल में घंटों इंतजार करना पड़ा. दरअसल, 21 अक्टूबर को प्रसूता रीता ने जिला अस्पताल में एक स्वस्थ नवजात शिशु को जन्म दिया था. 24 अक्टूबर को उसे डिस्चार्ज कर दिया गया, लेकिन 'महतारी एक्सप्रेस' की सुविधा नहीं दी गई. घंटों इंतजार के बाद भी वाहन उपलब्ध नहीं हुआ. आखिरकार रीता के पति सीताराम ने ऑटो बुक कर अपने खर्चे पर रीता और शिशु को गांव पहुंचाया.
क्या है महतारी एक्सप्रेस योजना?
दरअसल, छत्तीसगढ़ सरकार की तरफ से 'महतारी एक्सप्रेस' योजना चलाई जाती है. इसके तहत गर्भवती महिलाओं को हॉस्पिटल तक मुफ्त में लाया जाएगा. फिर इलाज के बाद नवजात शिशु और मां को अस्पताल से घर पहुंचाने के लिए निशुल्क वाहन की सुविधा दी जाती है.
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मामले में क्या बोला अस्पताल स्टाफ ?
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए डॉक्टर अजय रामटेके, CHMO दंतेवाड़ा ने कहा कि आपके माध्यम से मुझे मामले का पता चला है. मैं सिविल सर्जन से मामले का पता लगाता हूं. अगर गाड़ी नहीं दी गई है तो कारर्वाई होगी. गौरतलब है कि सरकार की योजनाएं भले ही प्रसूताओं की सहायता के लिए हैं. लेकिन दंतेवाड़ा जिला अस्पताल में उनकी सही तरीके से लागू न होने की वजह से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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