
Farmer Benefits: गर्मी के मौसम में जहां लोग तरबूज की मिठास और ठंडक के लिए बाजारों का रुख करते हैं, वहीं छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के कोरिया (Koria) जिले के एक किसान ने तरबूज की ऐसी अनोखी किस्में उगाई हैं, जो न केवल स्वाद में लाजवाब हैं, बल्कि देखने में भी आकर्षक हैं. बैकुंठपुर ब्लॉक के केनापारा गांव निवासी प्रगतिशील किसान भरत राजवाड़े ने अपने खेत में तरबूज की दो विशेष वैरायटी (Types of Watermelon) उगाई हैं. इन दिनों ये क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई हैं. इनमें से एक किस्म का तरबूज बाहर से हरे रंग का होता है, लेकिन जब उसे काटा जाता है तो अंदर से पीले रंग का गूदा निकलता है. वहीं, दूसरी किस्म का तरबूज बाहर से पीले रंग का होता है और उसका अंदरूनी भाग लाल होता है.
प्रयोग के रूप में की थी शुरुआत
भरत राजवाड़े ने बताया कि ये दोनों किस्में उन्होंने पहली बार प्रयोग के तौर पर लगाई हैं और उन्हें उम्मीद से कहीं बेहतर परिणाम मिले हैं. दोनों तरबूज मीठे हैं और इनमें पानी की मात्रा भी भरपूर है, जो गर्मी के मौसम में राहत देने का काम करते हैं. इन खास किस्मों को देखने और खरीदने के लिए आसपास के इलाकों से लोग बड़ी संख्या में उनके खेत में पहुंच रहे हैं. भरत राजवाड़े इससे पहले सफेद करेला और ब्रोकली जैसी फसलें भी उगा चुके हैं.
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उगा चुके हैं सफेद करेला
उन्होंने बताया कि सफेद करेला आमतौर पर लोगों को कम देखने को मिलता है, लेकिन इसका स्वाद अलग होता है और बाज़ार में इसकी मांग भी बढ़ रही है. ब्रोकली की खेती से भी उन्हें अच्छी आमदनी होती है. इस वर्ष उन्होंने कुल पांच प्रकार की तरबूज की किस्में लगाई हैं, जिनमें से दो किस्में बेहद सफल रही हैं. उनका मानना है कि ऐसी नई और अनोखी फसलों की खेती से न केवल आमदनी बढ़ाई जा सकती है, बल्कि बाजार में एक अलग पहचान भी बनाई जा सकती है.
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