Fraud in the name of government job: मंत्रालय में पहचान होने की बात बताकर सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर बलौदा बाजार के तीन बेरोजगार युवकों को छलने का मामला सामने आया है. ठग ने नौकरी तो दिलाया भी नहीं और रोजगार के लिए रखी जमा पूंजी को भी हड़प लिया. यह मामला बलौदा बाजार के कसडोल थाना क्षेत्र का है.
शिकायत दर्ज होने के बाद ठगी का मामला आया सामने
दरअसल, कसडोल थाना क्षेत्र के टुंडरा निवासी दीपक कुमार ने थाना में लिखित आवेदन प्रस्तुत करते हुए रिपोर्ट दर्ज कराया. शिकायत में बताया कि आरोपी बाबूलाल ने मंत्रालय रायपुर में बड़े लोगों से पहचान होने का दावा करते हुए सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर ठगी किया है. प्रार्थी ने आरोपी को कुल 2.50 लाख रुपये अलग-अलग किस्तों में दिया, लेकिन प्रार्थी की शासकीय नौकरी नहीं लगी. इस पर प्रार्थी दीपक ने रुपये वापस मांगा तो आरोपी पैसा वापस देने का आश्वासन देते हुए बहाने बनाकर बार-बार घुमाने लगा.
ठग ने बेरोजगार युवाओं से ठगे 5 लाख रुपये
हालांकि मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने आरोपी को बाबूलाल (52 वर्ष) को हिरासत में लेकर पूछताछ की. इस दौरान आरोपी ने अपने आप को मंत्रालय में बड़े लोगों से पहचान बताकर सरकारी नौकरी लगाने का लालच देकर 2.50 लाख रुपये लेना स्वीकार किया. इतना ही नहीं पूछताछ के दौरान आरोपी ने ये भी स्वीकार किया कि उसने टुण्डरा निवासी भूपेंद्र से भी सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर 1 लाख और ग्राम डोंगरीडीह निवासी रोहित से 1 लाख 50 हजार रुपये लिया है.
इस तरह आरोपी ने क्षेत्र के तीन युवकों को शासकीय नौकरी लगने का झांसा देते हुए 5 लाख रुपये की ठगी की.
दुर्ग में भी बनाया बेरोजगारों को शिकार
जांच के दौरान आरोपी द्वारा दुर्ग जिले में भी कई अन्य बेरोजगार युवाओं को सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर ठगने का पता चला है. इस मामले में पुलिस ने आरोपी बाबूलाल को गिरफ्तार कर न्यायालय के सामने पेश किया, जिसके बाद न्यायालय ने आरोपी को जेल भेज दिया.
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