
Fear of Elephants in CG: बालोद जिले में एक बार फिर हाथी की दस्तक ने दहशत फैला दी है. सुबह का वक्त था, बालोद जिले के गोटुलमुंडा बैरियर के पास अचानक जंगल की खामोशी टूटी. करीब पौने 9 बजे एक दंतेल हाथी दिखाई दिया. उसकी चिंघाड़ ने पूरे इलाके में दहशत का माहौल बना दिया. दल्ली राजहरा वन परिक्षेत्र के कक्ष क्रमांक RF 143 में उसकी मौजूदगी की पुष्टि हुई, और देखते ही देखते गांवों में अलर्ट की घंटियां बज उठीं. इसी तरीके से रायगढ़ जिले में भी 27 हाथियों का दल विचरण कर रहा है. जंगल से निकलकर हाथियों का ये दल अब रिहायशी इलाकों में पहुंच गया है. यहां के लैलूंगा वन इलाके के आसपास इन्हें देखा गया है. ये हाथी भी किसानों के फसलों और कच्चे मकानों को निशाना बना रहे हैं.
दंतेल हाथी की दहशत
वन विभाग ने तुरंत मुनादी करवाई—लोगों को घरों से बाहर न निकलने, सतर्क रहने और किसी भी हलचल पर वन अमले को सूचना देने की अपील की गई. एसडीओ खुद गांव-गांव पहुंचे, ग्रामीणों से मुलाकात की और हिदायत दी कि खासकर देर शाम और रात के समय घर से बाहर निकलना खतरनाक हो सकता है. चिंता भी वाजिब थी, क्योंकि ज्यादातर घर कच्चे हैं और हाथी की ताकत सब जानते हैं. हालांकि राहत की बात यह रही कि अब तक किसी मकान या संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचा.
ट्रक चालक का हाथी से सामना!
लेकिन दहशत बढ़ाने वाली दूसरी घटना एक वीडियो भी सामने आया है. दल्ली राजहरा-महामाया माइंस रोड पर बोइरडीह पंपहाउस के पास वही दंतेल हाथी अचानक सड़क पर आ गया. सामने से आ रहे हाईवा ट्रक का चालक उसे देखकर सहम गया और फौरन ट्रक को रिवर्स कर जान बचाई. राहगीरों ने यह नजारा मोबाइल कैमरे में कैद कर लिया. सोशल मीडिया पर वीडियो फैलते ही लोगों में खौफ फैल गया है.
19 गांवों में जारी किया गया अलर्ट
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए वन विभाग ने मलकुंवर, आड़ेझर, हिड़कापार, चिखली, जमरूआ, साल्हे, कोकान, टेकाधोड़ा, हाथीगोर्रा, अड़जाल, अरमुरकसा, खम्हरटोला, सर्किल और पटेली सर्किल सहित कुल 19 गांवों में अलर्ट जारी कर दिया है. वन विभाग की टीम लगातार गश्त कर रही है, ताकि हाथी की हर हलचल पर नजर रखी जा सके. ग्रामीणों से अपील की गई है कि जंगल की ओर न जाएं, रात में सफर न करें और एक-दूसरे को भी सतर्क करें. हाथी दिखाई देने पर तुरंत नजदीकी वन अमले को सूचना देने की हिदायत दी गई है. बालोद के लोग फिलहाल दहशत और सतर्कता के बीच जी रहे हैं. एक ओर जंगल की शान और शक्ति उनके सामने खड़ी है, तो दूसरी ओर उसके अप्रत्याशित कदमों से खतरे का साया भी मंडरा रहा है. यह कहानी सिर्फ एक हाथी की मौजूदगी की नहीं, बल्कि इंसान और जंगल के बीच लगातार खिंचती जा रही उस दूरी की है, जिसमें टकराव हर पल आसन्न है.
ये भी पढ़ें: Jabalpur News: सावधान! बरगी डैम की गैलरी में बड़ा लीकेज; जानिए जबलपुर कलेक्टर ने क्या कहा?