
Tantra mantra in Bilaspur: बिलासपुर के कोनी थाना क्षेत्र में धार्मिक अनुष्ठान, पूजा-पाठ और तंत्र-मंत्र का मामला सामने आया है. यहां रात 11:00 बजे शमशान घाट के बाहर पीपल पेड़ में तकरीबन एक दर्जन लोग धार्मिक अनुष्ठान, पूजा-पाठ और तंत्र-मंत्र कर रहे थे. इसकी भनक जैसे ही स्थानीय लोगों को लगी वो वहां पहुंच गए और महिलाओं की नरबलि देने की आशंका में इन लोगों को घेर लिया. इसके बाद बिलासपुर के कोनी पुलिस के हवाले कर दिया.
हालांकि पुलिस ने इस पूरे मामले में प्रारंभिक जांच कर नरबलि जैसे मामले से साफ इनकार किया है. फिलहाल पुलिस पांच पंडित, चार महिलाएं और एक अन्य पर प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत कार्रवाई की है.
धार्मिक अनुष्ठान, पूजा-पाठ और तंत्र-क्रिया का मामला
पुलिस प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार, छतौना चकरभाठा निवासी राकेश के परिवार की नाबालिक बेटी के लिए यह धार्मिक अनुष्ठान किया जा रहा था, जिसकी तबियत काफी समय से खराब चल रही थी. इस वैदिक क्रिया के लिए उत्तरप्रदेश के हिंदू विश्वविद्यालय से 5 पुजारी बुलाए गए थे, जो परिवार के 4 महिलाओं के साथ इस पूजा में शामिल थे.
पांच पंडित सहित समेत 10 लोगों के खिलाफ कार्रवाई
परिवार का दावा है कि यह शुद्ध वैदिक क्रिया थी, जिसमें कोई तांत्रिक उद्देश्य नहीं था. पुलिस ने भी इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि यह मामला किसी भी तरह से नरबलि से जुड़ा हुआ नहीं है. मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए जिन स्थानी लोगों ने उन्हें पड़कर थाने तक लाया था, उन्हीं से पूछताछ कर मामले की सतही स्तर पर जांच कराई गई, ताकि भीड़ को शांत किया जा सके. एक बार भीड़ शांत हो गई तो पुलिस ने इस पूरे मामले में बीएस की प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत पांच पंडित, चार महिलाएं और एक अन्य पर कार्रवाई की है.
घटनास्थल से तंत्र-सामग्री जब्त
इधर, सूचना के बाद मौके पर पुलिस पहुंची और घटनास्थल से तंत्र-सामग्री जब्त किया. साथ ही सभी संदिग्धों को हिरासत में लिया. इसके बाद पूछताछ की गई.
एसएसपी रजनेश सिंह का कहना कि यह क्रिया पूजा पाठ से संबंधित थी और इसमें कोई नरबलि या अंधविश्वास जैसी कोई बात नहीं थी. इसके बावजूद पुलिस ने उक्त परिवार के पुरुष सदस्य और महिलाओं को सख्त हिदायत दी है और समझाइए देते हुए कहा कि नाबालिक लड़की का इलाज अस्पताल में कराया जा सकता है.