
Chhattisgarh Sushasan Tihar 2025: छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय की ओर से आयोजित सुशासन तिहार (Sushasan Tihar) कार्यक्रम का शनिवार, 31 मई को समापन हो गया. 8 अप्रैल से शुरू हुए सुशासन तिहार समापन धमतरी में हुआ. इसकी जानकारी मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय (CM Vishnu Dev Sai) ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट शेयर कर दी. इस कार्यक्रम के दौरान सीएम साय ने प्रदेश के 33 जिलों का भ्रमण किया और गांवों में जन चौपाल लगाकर लोगों से सीधा संवाद किया.
सीएम साय ने 33 जिलों का किया भ्रमण
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा, '8 अप्रैल से शुरू हुए सुशासन तिहार का आज धमतरी में समापन हुआ. इस दौरान मैंने प्रदेश के 33 जिलों का भ्रमण किया. गांवों में जन चौपाल लगाकर, लोगों से सीधा संवाद किया, उनकी समस्याओं को समझा और समाधान सुनिश्चित किया. जिला मुख्यालयों पर समीक्षा बैठक की. यह अनुभव मेरे जीवन की मूल्यवान थाती है.
स्कूलों से राशन दुकान तक... CM ने किया निरीक्षण
सीएम साय ने आगे लिखा, 'हमारी सरकार का निरंतर प्रयास रहा है कि जनता को योजनाओं का पूरा लाभ मिले. हमारी नीतियां जमीन पर दिखे, यही करने की अपनी कोशिश रही है. सुशासन तिहार के दौरान मुझे शासन की योजनाओं के जमीनी क्रियान्वयन को देखने का अवसर मिला. जब मैंने स्वयं जाकर स्कूलों, अस्पतालों, आंगनबाड़ियों, राशन दुकानों, पीएम आवासों और निर्माणाधीन परियोजनाओं का निरीक्षण किया, तो स्पष्ट रूप से समझ आया कि हमारी नीतियां किस प्रकार लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला रही है.'
8 अप्रैल से शुरू हुए सुशासन तिहार का आज धमतरी में समापन हुआ।
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) May 31, 2025
इस दौरान मैंने प्रदेश के 33 जिलों का भ्रमण किया। गांवों में जन चौपाल लगाकर, लोगों से सीधा संवाद किया, उनकी समस्याओं को समझा और समाधान सुनिश्चित किया। जिला मुख्यालयों पर समीक्षा बैठक की। यह अनुभव मेरे जीवन की मूल्यवान…
छत्तीसगढ़ में 5000 शिक्षकों की होगी भर्ती
सीएम ने बताया कि आमजन से प्राप्त अमूल्य सुझावों से हमें शासन को और अधिक उत्तरदायी, पारदर्शी और संवेदनशील बनाने की दिशा में आगे बढ़ने में सहायता मिलेगी. इस अभियान के दौरान हमने स्कूलों के युक्तियुक्तकरण जैसा महत्त्वपूर्ण निर्णय लिया जिनका असर आने वाले समय में प्रदेश के भविष्य पर सकारात्मक रूप से पड़ेगा. यहीं नहीं हमने शिक्षकों की चरणबद्ध भर्ती का भी निर्णय लिया है. प्रथम चरण में हम 5000 शिक्षकों की भर्ती करेंगे.
उन्होंने आगे बताया कि यह यात्रा यहीं समाप्त नहीं होती. सुशासन तिहार के माध्यम से हम सरकार को जनता के द्वार तक लेकर गए, जिससे लोगों को यह विश्वास और अधिक दृढ़ हुआ है कि उनकी सरकार हमेशा प्रदेश के विकास और लोक कल्याण के कार्यों में अहर्निश जुटी रहेगी.