
Chhattisgarh News: छ्त्तीसगढ़ के सरगुजा के सीतापुर क्षेत्र के संरक्षित जाति पहाड़ी कोरवा समुदाय के दंपति अपने बच्चे के साथ त्रिपुरा में फंसे गए हैं.जो व्यक्ति मजदूरी के नाम पर लेकर गया है, उसी ने पूरे परिवार को बंधक बनाकर रख दिया है.बंधक बने एक व्यक्ति ने परिचित शिक्षक को वीडियो कॉल कर छुड़ाने के लिए मदद की गुहार लगाई है. इसकी जानकारी पुलिस तक पहुंचने के बाद इस परिवार को वापस लाने का प्रयास किया जा रहा है.
त्रिपुरा में बंधक बने ग्रामीण ने वीडियो कॉल पर बताया दर्द
— NDTV MP Chhattisgarh (@NDTVMPCG) March 26, 2025
छ्त्तीसगढ़ के सरगुजा के सीतापुर क्षेत्र के संरक्षित जाति पहाड़ी कोरवा समुदाय के दंपति अपने बच्चे के साथ त्रिपुरा में फंस गए हैं. जो व्यक्ति मजदूरी के नाम पर लेकर गया है, उसी ने पूरे परिवार को बंधक बनाकर रख दिया है. बंधक… pic.twitter.com/tVS1xDsLri
ये है मामला
दरअसल ईंट भट्ठे में अच्छी मेहनताना पर काम दिलाने के नाम पर मानव तस्करी के शिकार हुए पहाड़ी कोरवा बीते 6 महीने से ईंट भट्टे फंसकर जबरन काम करने को मजबूर हो रहें है.ये पहाड़ी कोरवा सीतापुर ब्लॉक के ग्राम देवगढ़ से लगे ग्राम राजाआटा के रहने वाले हैं. बताया जा रहा कि क्षेत्र में ग्राम देवगढ़ के एक शासकीय शिक्षक मुकेश सिंहा के पास कुंजल पहाड़ी कोरवा लड़के का फोन आया.
जिसमें उसने शिक्षक मुकेश सिंहा को बताया कि -
"एक दलाल उन लोगों को 6 माह पहले अच्छी मजदूरी देने का लालच देकर पहले रांची लाया . उसके बाद उन सभी को त्रिपुरा के एक ईंट भट्टी में लेकर गया. जहां उन्हें पिछले 6 माह से बंधक बनाकर रखा गया है. ना तो मजदूरी दिया जा रहा है ना तो उन्हें घर जाने दिया जा रहा है. केवल खाना देकर काम कराया जा रहा है. पहाड़ी कोरवा ने बताया कि उन लोगों के साथ ईंट भट्टी के लोगों के द्वारा मारपीट की जाती है. ऐसे में वे लोग उन्हें यहां से निकालने के लिए मदद करें."
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सीतापुर थाने में आवेदन
इस बारे में सीतापुर थाना प्रभारी राजेश जायसवाल ने बताया कि देवगढ़ के शिक्षक मुकेश सिंहा के पास पहाड़ी कोरवा दम्पति ने वीडियो कॉल कर पूरी घटना बताई. क्योंकि उस पहाड़ी कोरवा को उक्त शिक्षक के द्वारा पूर्व में पढ़ाया गया था, जिससे उनकी पहचान है. पुलिस का कहना है कि मामले की जानकारी उन्होंने विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को दे दी है. आदेश मिलते ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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