गांव से लगातार सामने आ रहे आत्महत्या के मामलों को लेकर प्रशासन की चिंता बढ़ी
Suicide Cases in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के गरियाबंद (Gariaband) जिले के इंदागांव में पिछले 20 दिनों में 15 से ज्यादा लोगों ने मौत को गले लगाने का प्रयास किया है. इसमें तीन अपने इरादे में सफल हो गए, जबकि बाकी लोगों को बचा लिया गया. गांव के हालात ऐसे बन गए हैं कि रोजाना कोई न कोई आत्महत्या (Suicide) की सोचने लगा है. पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी का लोगों ने सहारा लिया, लेकिन मामले नहीं थमें तो लोगों ने देवी-देवता का भी शरण लेकर इस बला को दूर करने का प्रयास किया है.

प्रशासन ने लोगों के साथ किया मीटिंग
इन्दागांव बस्ती का पूरा मामला
गरियाबंद जिले के मैनपुर विकास खंड के इन्दागांव बस्ती, जहां पिछले एक सप्ताह में कभी पुलिस की टीम जांच करने पहुंची थी, तो कभी प्रशासनिक अफसर स्वास्थ्य और मनोवैज्ञानिकों की टीम के साथ पहुंचते थे. ऐसा इसलिए क्योंकि यहां पिछले 20 दिनों में 15 से ज्यादा लोगों ने आत्महत्या की कोशिश की है. इसमें तीन लोगों की मौत हो गई और अन्य को बचा लिया गया है.
प्रशासनिक प्रयास को माना नाकाफी
आत्महत्या के कोशिश का मामला हर दिन किसी न किसी के घर से सामने आ रहे हैं. प्रशासनिक प्रयास को नकाफी मान ग्रामीणों ने आत्मसंतुष्टि के लिए गांव के देवी के शरण में भी पहुंच गए हैं. ग्रामीण आत्महत्या के मामले सामने आने के बाद गांव की प्रमुख समस्याओं को इसकी वजह बता रहे हैं. स्कूल, अस्पताल, बैंक के अलावा गांव में पिछले 4 पीढ़ी से खेती कर रहे जमीन का अब तक पट्टा भी नहीं मिलना और बेरोजगारी को इसकी वजह बताने में तुल गए हैं.
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चिंता में प्रशासनिक अमला
लगातार एक ही गांव में आत्महत्या और उसके प्रयास के मामले ने प्रशासन को भी चिंता में डाल दिया है. प्रशासनिक अमला स्वास्थ्य और मनोरोग चिकित्सक को लेकर शिविर लगा रही है. लगातार काउंसलिंग किए जा रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग और मनोरोग विशेषज्ञ ने इस अनहोनी की पीछे नशा पान को एक बड़ी वजह बताया है. काउंसिलिंग के बाद सामने आए कारणों के बाद पुलिस ने नशा विरोधी अभियान भी चलाना शुरू कर दिया है.