
Rani Dahra Waterfall Kawardha: कबीरधाम जिले के भोरमदेव अभ्यारण्य के घने जंगल और ऊंचे पहाड़ों के बीच स्थित रानीदहरा जलप्रपात (Rani Dahra Waterfall) सावन के महीने में अपने पूरे शबाब पर है. यहां करीब 90 फीट की ऊंचाई से पानी गिरता है. जलप्रपात की खूबसूरती इन दिनों देखते ही बन रही है. पहाड़ी क्षेत्र में लगातार बारिश के कारण जलप्रपात का पानी दूर से बिलकुल दूध की तरह दिख रहा है. ऐसे में रानीदहरा जलप्रपात की खूबसूरती को निहारने के लिए पर्यटकों भी काफी संख्या में पहुंच रहे हैं. हालांकि इस दौरान पर्यटक मनमानी कर रहे हैं और अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं.
रानीदहरा जलप्रपात पर्यटकों को कर रहा आकर्षित
बता दें कि 30 दोस्तों के साथ रानीदहरा जलप्रपात पिकनिक मनाने आये युवक के लिए ये खूबसूरत लम्हा जीवन का आखिरी बन गया. दरअसल, रानी दहरा जलप्रपात में अचानक बाढ़ आने से दो युवक पानी के तेज बहाव में बह गए, जिससे उनकी मौत हो गई. मृत युवक की पहचान नरेन्द्र पाल (45 वर्ष), सृजन पाठक(24 वर्ष) के रूप में हुई है. दोनों मुंगेली के रहने वाले हैं.
जान जोखिम में डाल रहे पर्यटक
यह हादसा रविवार की दोपहर को हुआ है. जानकारी के मुताबिक, नरेन्द्र पाल अपने एक अन्य साथी के साथ मोटर साइकिल से रानीदाहारा घूमने आये थे, लेकिन वापस लौटते समय अचानक बाढ़ आने से जलप्रपात से कुछ दूरी पर नदी के पुलिया में पानी बढ़ गया. हालांकि पानी बढ़ने के बावजूद वो लोग पुलिया पार करने, लेकिन वो खुद को संभाल नहीं पाए और नदी में बह गए. एक अन्य साथी को ग्रामीणों ने जैसे तैसे बचाया, लेकिन नरेन्द्र का पता नहीं चला. चार घंटे बाद नरेन्द्र का शव बरामद किया गया.
जान जोखिम में डाल पर्यटक जलप्रपात में ले रहे सेल्फी
वहीं दूसरी घटना जलप्रपात के ऊपर हुआ, जहां मुंगेली निवासी सृजन पाठक अपने लगभग 30 दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने आये थे. सृजन अपने दोस्त उमेश साहू के साथ पहाड़ी ऊपर चले गए और अन्य दोस्त नीचे थे. सृजन मोबाइल से सेल्फी ले रहा था, लेकिन इस दौरान अचानक बाढ़ आ गई और वो उसमें बह गए. साथ में मौजूद दोस्त इसकी सूचना अन्य साथियों को दी. काफ़ी खोजबीन के बाद भी उनका कही पता नहीं चला. इसके बाद पुलिस और परिजन को सूचना दी गई. सोमवार को देर रात सृजन का शव घटना स्थल से 8 किलोमीटर दूर गांव के पास बरामद किया गया.
प्रसिद्ध पर्यटक स्थल हैं रानीदहारा जलप्रपात
कवर्धा जिला के बोड़ला ब्लॉक में स्थित रानीदहरा जलप्रपात काफ़ी प्रसिद्ध हैं. यहां छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिले से पर्यटक हर साल काफी संख्या में घूमने आते हैं. खास कर बरसात के दिनों में, ये जलप्रपात लोगों को खूब भाता है. बता दें कि राजधानी रायपुर से 150 किलोमीटर और जिला मुख्यालय से लगभग 35 किलोमीटर की दूरी पर यह जलप्रपात स्थित है. ऊंची पहाड़ों से घिरा यह जलप्रपात 90 फ़ीट की ऊंचाई से पानी गिरता हैं, जो पर्यटको को अपनी ओर आकर्षित करता है. खास कर जुलाई अगस्त में इसकी मनोरम दृश्य और बढ़ जाता है. इसी वजह से इस मौसम में बड़ी संख्या लोग यहां आते हैं.
हर साल हो रही हैं मौतें
रानीदाहरा जलप्रपात में पर्यटक हर साल हजारों की संख्या में घूमने आते हैं, लेकिन इसके बावजूद यहां सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम नहीं है. साथ ही पर्यटक खुद की लापरवाही के कारण मैत को गले लगा रहे हैं. बता दें कि पिछले साल उपमुख्यमंत्री अरुण साव के भांजे का डूबने से मौत हो गई थी.
कलेक्टर ने वन विभाग को दिए सख्त निर्देश
कवर्धा कलेक्टर गोपाल वर्मा सोमवार को पर्यटन स्थल रानीदाहारा का निरीक्षण किया और सुरक्षा की दृष्टिकोण से आवश्यक कदम उठाने कि लिए वन विभाग, राजस्व विभाग, पुलिस और आबकारी विभाग को कड़े निर्देश दिए. कलेक्टर गोपाल वर्मा ने पर्यटकों को शाम 5 बजे के बाद जाने पर रोक लगा दिया है. साथ ही यहां शराब, मांस सेवन पर पूर्णतः प्रतिबन्ध लगाया है. वहीं जो भी पर्यटक यहां आते हैं उनका आने जाने का समय और रिकॉर्ड मेंटेन करने निर्देश दिए हैं. वहीं खतरनाक पॉइंट को चिन्हकित कर बैरिकेड्स लगाने के लिए कहा गया.
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने चिंता व्यक्त की
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने रानीदाहरा में हुए घटना की जानकारी कलेक्टर गोपाल वर्मा से लिए और घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की. घटना को चिंताजनक बताते हुए भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृति न हो इसके लिए आवश्यक सुरक्षात्मक कदम उठाने के लिए कहा है.
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