Chhattisgarh News: बांग्लादेश (Bangladesh) में तख्तापलट के बाद से वहां रह रहे हिंदू अल्पसंख्यकों (Bangladesh Hindu Minority) पर हो रहे अत्याचार को लेकर छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में भी विरोध शुरू हो गया. इसी क्रम में शनिवार को हिंदू युवा मंच (Hindu Yuva manch) अंबिकापुर (Ambikapur) के कार्यकर्ताओं ने आक्रोश रैली निकाली. रैली शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए कलेक्टर परिसर के पास स्थित घड़ी चौक पहुंची. इस बीच यहां पर एक आम सभा की गई. इस दौरान हिंदू युवा मंच के द्वारा राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा गया.
मदद की लगाई गुहार
दरअसल, पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार दोपहर स्थानीय बंगाली चौक से हिंदू युवा मंच के कार्यकर्ताओं ने एक रैली निकाली, जो शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए कलेक्ट्रेट चौक के पास पहुंचकर आम सभा में तब्दील हो गई. इसके बाद मंच के कार्यकर्ताओं ने बांग्लादेश में रहने वाले अल्पसंख्यक हिंदुओं के ऊपर हो रहे अत्याचारों को बंद करने को लेकर भारत सरकार से आग्रह किया.
"बांग्लादेश में हिंदू समुदाय परेशान.."
इस दौरान अपने उद्बोधन में मंच के अध्यक्ष चून्नु सिंह ने कहा "बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद जो स्थिति निर्मित हुई है. उसके बाद वहां के चरमपंथी संगठन के लोग हिंदू अल्पसंख्यकों को और मंदिरों को अपना निशाना बना रहे हैं. महिलाओं व बच्चों के साथ अत्याचार हो रहे हैं, जिसके कारण वहां के आम हिंदू समुदाय परेशान हैं. ऐसे में भारत सरकार को तत्काल उचित कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि परेशान हिंदू अल्पसंख्यकों को बचाया जा सके."
"हिंदू अल्पसंख्यकों की क्या गलती है?"
सभा में अतुल सिंह ने कहा, "देश की आजादी के समय हो या 1971 के समय बांग्लादेश बनने के समय हर बार हिंदू समुदाय को ही निशाने में लिया जाता है.उन्होंने कहा कि बांग्लादेश का तख्तापलट हुआ तो इसमें वहां के हिंदू अल्पसंख्यकों की क्या गलती है? केवल जानबूझकर उन्हें और उनके मंदिरों को निशाना बनाया जा रहा है, जो गलत है."
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