
Police Smriti Diwas 2025: देश की सेवा में अपने प्राणों का सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की शहादत को याद करते हुए मंगलवार 21 अक्टूबर को पूरे छत्तीसगढ़ में पुलिस स्मृति दिवस मनाया गया. राजधानी रायपुर में राज्य स्तरीय मुख्य आयोजन हुआ जहां मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, राज्यपाल रामेन डेका और गृहमंत्री विजय शर्मा सहित शीर्ष अधिकारी मौजूद रहे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद की चुनौती का डट कर सामना न सिर्फ हमारे जवानों ने किया है बल्कि उन्हें पीछे धकेला है. नक्सलवाद के विरुद्ध हमारी लड़ाई नई गति और शक्ति से आगे बढ़ रही है. मार्च 2026 तक नक्सलवाद का अंत जवानों के शौर्य से जरूर होगा. राज्यपाल ने भी कहा कि जवानों ने राष्ट्र रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर किए हैं और उनकी शहादत सदैव प्रेरणा का स्रोत रहेगी.
कोंडागांव: बलिदान देने वालों को भावभीनी सलामी
कोंडागांव पुलिस लाइन में आयोजित ‘पुलिस स्मृति दिवस परेड 2025' में विधायक लता उसेंडी सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी. 01 सितंबर 2024 से 31 अगस्त 2025 के बीच ड्यूटी के दौरान वीरगति को प्राप्त जवानों के सम्मान में मौन रखा गया. परिजनों को शॉल और श्रीफल देकर सम्मानित किया गया और उनकी समस्याओं को प्राथमिकता से समाधान का आश्वासन दिया गया.

बलरामपुर: सम्मान और संवेदना का संयमित कार्यक्रम
बलरामपुर पुलिस लाइन में आज परंपरा अनुसार स्मृति दिवस मनाया गया. ड्यूटी पर शहीद हुए जवानों को पुष्पांजलि अर्पित की गई और कलेक्टर एवं सीनियर अधिकारियों ने परिजनों से मिलकर हाल-चाल जाना. परिजनों को आश्वासन दिया कि सरकार हर संभव सुविधा उपलब्ध कराएगी और शहादत का मान कभी कम नहीं होने दिया जाएगा.

सुकमा: शहादत प्रेरणा का सर्वोच्च उदाहरण
सुकमा में आयोजित कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण ने पुलिस महानिदेशक का संदेश पढ़ते हुए कहा कि पुलिस सेवा केवल नौकरी नहीं, बल्कि राष्ट्र के प्रति जोखिम और समर्पण का संगम है. शहीद स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित किए, दो मिनट का मौन रखा गया और परिजनों को सम्मानित किया गया. स्थानीय जनप्रतिनिधि और नागरिक भी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे.
राजनांदगांव: 191 शहीदों के नाम का वाचन
राजनांदगांव के रक्षित आरक्षी केंद्र में आयोजित शहादत परेड में 191 शहीद अधिकारियों-कर्मियों के नाम वाचित किए गए, जिनमें छत्तीसगढ़ के 16 जवान भी शामिल थे. IG अभिषेक शांडिल्य और एसपी मोहित गर्ग सहित बड़े स्तर की मौजूदगी रही. शहीद परिवारों को शाल और श्रीफल देकर सम्मानित किया गया और याद दिलाया गया कि उनकी कुर्बानी को सदैव जीवित रखा जाएगा.
सूरजपुर: मंत्री और सांसद की उपस्थिति में श्रद्धांजलि
सूरजपुर स्थित 10वीं बटालियन सिलफिली में पुलिस स्मृति दिवस पर महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े और सांसद चिंतामणि महराज पहुंचे. 1959 के लद्दाख हमले में शहीद हुए पुलिसकर्मियों की स्मृति में आयोजित इस कार्यक्रम में सरगुजा रेंज के IG और जिले के SPs भी शामिल हुए. मंत्री ने कहा — सेना हो या पुलिस, राष्ट्र रक्षा में दोनों की भूमिका समान रूप से अपरिहार्य है.
