MP CRIME: मध्य प्रदेश के निवाड़ी जिले की ओरछा पुलिस ने लूट करने वाले तीन ऐसे शातिर बदमाशों को पकड़ा है जो लूट करते वक्त असली नहीं बल्कि चिड़ियामार बंदूक का सहारा लेते हैं. सुनने में अजीब लगेगा लेकिन कोई भी असली दिखने वाली इस नकली बंदूक को देखकर डर जायेगा. इस बंदूक से जान तो नहीं जाती, लेकिन इसका छर्रा लगता बहुत तेज है. इसी चिड़ियामार बंदूक के दम पर चकरपुर क्षेत्र के हाईवे पर लूट करने वाले तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर इस सनसनीखेज घटना का मात्र 24 घंटे में खुलासा कर दिया है.
निवाड़ी पुलिस अधीक्षक निवाड़ी डॉ राय सिंह नरवरिया के मार्गदर्शन में गठित टीम ने लूट के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. बता दें कि 27 दिसंबर की रात करीब 11:30 बजे फरियादी मेवालाल यादव अपने साथियों के साथ ललितपुर से भूसा लेकर लौट रहे थे. चकरपुर के मुस्कान ढाबे के पास हाईवे पर पल्सर बाइक सवार तीन अज्ञात बदमाशों ने उनकी ट्रैक्टर गाड़ी को रोक लिया. बदमाशों ने हथियारों से धमकाकर फरियादी और उनके साथियों से 15 हजार रुपये नकद, दो मोबाइल फोन व अन्य कीमती सामान लूट लिया था और मोटरसाइकिल से फरार हो गये थे.
24 घंटे में मिली बड़ी कामयाबी
बदमाशों में से एक मोटरसाइकिल चला रहा था, जबकि दूसरे ने हॉकी और तीसरे ने चिड़ियामार बंदूक से फरियादी को धमकाया. फरियादी की शिकायत पर थाना ओरछा में अपराध दर्ज किया गया था. पुलिस ने अपने मुखबिर तंत्र को सक्रिय कर तत्परता दिखाते हुए आरोपियों की पहचान कर 24 घंटे के भीतर उन्हें गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों के नाम सचिन राजपूत निवासी चकरपुर से लूट के 4 हजार नकद, मोबाइल, एक हॉकी और घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल बरामद की. दूसरे आरोपी अनिल राजपूत निवासी चकरपुर से एक बंदूक, 4 हजार नकद और मोबाइल बरामद किया. जबकि तीसरे आरोपी रोहित अहिरवार निवासी आरा मशीन, थाना बबीना, झांसी से लूट के चार हजार नकद और एक मोबाइल जब्त किया है.
आरोपियों पर पहले से दर्ज हैं मामले
मुख्य आरोपी सचिन राजपूत के खिलाफ थाना ओरछा में पहले से ही सात अपराध दर्ज हैं. सचिन इतना शातिर है कि चिड़ियामार बंदूक से डराता था और धमका कर लूट की वारदात को अंजाम देता था. सचिन निगरानी बदमाश की सूची में शामिल है. वहीं अन्य आरोपी अनिल और रोहित का आपराधिक इतिहास भी पुलिस खंगाल रही है. इस पूरी कार्रवाई में थाना प्रभारी निरीक्षक रामबाबू शर्मा, चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक अजान सिंह और टीम के सदस्यों में आरक्षक बृजेश राय, सुनील, राघवेंद्र, गोपाल और सुनील ने इस ऑपरेशन में अहम भूमिका निभाई. पुलिस अधीक्षक निवाड़ी ने इस सफलता के लिए टीम की प्रशंसा की और जनता को आश्वस्त किया कि जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे. पुलिस की यह कार्रवाई अपराधियों के लिए कड़ा संदेश है कि वे कानून की पकड़ से बच नहीं सकते.
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