छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में पुलिस को ऑनलाइन सट्टा के खिलाफ बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस ने ऑनलाइन सट्टा गिरोह का भंडाफोड़ कर करीब 50 बैंक खाते और 40 एटीएम कार्ड सीज़ किए हैं. इन खातों में जमा करीब 2 करोड़ रुपए भी जब्त कर लिए गए हैं. इसके अलावा करीब 25 हजार नगदी और 4 मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं. पुलिस ने गिरोह के 4 सदस्यों को गिरफ्तार किया है.
जांच में पता चला कि चारों आरोपी बैंक अधिकारी और कर्मचारियों के साथ सांठ-गांठ कर लोगों को ट्रेडिंग के बहाने से फर्जी बैंक खाता खुलवाते थे. इन खातों का प्रयोग ऑनलाइन सट्टा में होता था. आरोपी इन फर्जी खातों में यूपीआई चालू करने के लिए कुछ मोबाइल दुकानवालों के साथ सांठ-गांठ कर फर्जी सिम को बैंक खातों से लिंक करते थे.
क्या है पूरा मामला
बिलासपुर के कोटा थाना अंतर्गत पीपरखूंटी निवासी नरोत्तम विश्वकर्मा ने 25 अगस्त को सुरेश नवरंग के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया. नरोत्तम विश्वकर्मा का आरोप था कि खैरझिटी गांव का रहने वाला सुरेश नवरंग ने 5 महीने पहले धोके से बैंक खाता खुलवाया और उस खाते का प्रयोग ऑनलाइन सट्टा में करने लगा. नरोत्तम विश्वकर्मा ने बताया कि आरोपी ने खाता खुलवाने पर 10 हजार रुपए देने का लालच दिया था. उसके घर की आर्थिक हालत ठीक न होने के कारण उसने अपना आधार कार्ड और पैन कार्ड खाता खुलवाने के लिए दे दिया. जिसके बाद सुरेश नवरंग, राहुल वाधवानी और उसके साथियों ने उसके बैंक खाते का उपयोग ऑनलाइन सट्टा में करने लगे.
शिकायत के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरु की. पूछताछ करने पर आरोपियों ने महादेव-अन्ना रेड्डी के माध्यम से ऑनलाइन सट्टा का संचालन करना स्वीकार किया. जिसके बाद 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपियों की पहचान राहुल वाधवानी (33) पिता स्व. रामचंद्र निवासी साकिन सिंधी कॉलोनी जरहाभाठा थाना सिविल लाइन, पारथ साहू (45) पिता फत्तेराम निवासी साकिन बरद्वार थाना कोटा, वासुदेव खुसरो (30) पिता होरीलाल खुसरो निवाली साकिन पिपरखूंटी थाना कोटा और सुरेश नवरंग (35) पिता श्याम लाल निवासी साकिन थाना कोटा जिला बिलासपुर के रूप में हुई है.