NIA Raid: छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा के नेता कलादास डहेरिया के घर गुरुवार सुबह पहुंची केंद्रीय जांच एंजेसी एनआईए अलसुबह से कार्रवाई कर रही है. केंद्रीय एजेंसी मजूदर संगठन के नेता डहेरिया के जामुल स्थित घर पहुंची और नक्सल हमला मामले में डेहरिया से पूछताछ कर सकती हैं. कला मंच से भी जुड़े कलादास डहेरिया मजदूर संगठनों में सक्रिय रहे हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक गुरुवार सुबह तड़के 4-5 गाड़ियों में भरकर छापेमारी के लिए एनआईए की टीम छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा के नेता कलादास डहेरिया के दुर्ग जिले में स्थित जामुल स्थित घऱ पहुंची और छापेमारी को अंजाम दे रही है. इस दौरान आसपास के घरों से भी लोगों के आने जाने पर रोक लगा दी गई.
एनआईए की छापेमारी की कार्रवाई आवाज को बंद करने की साजिश
एनआईए छापेमारी पर प्रतिक्रिया देते हुए कलादास ने कहा कि किसानों और मजदूरों के लिए काम करना सरकार को बर्दाश्त नहीं है. छापेमारी की सूचना पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए कलादास डेहरिया ने छापेमारी को आवाज को बंद करने की साजिश बताया.
एनआईए की छापेमारी के पीछे की नहीं सामने आई अभी तक वजह
बहरहाल, अभी तक एनआईए की छापेमारी के पीछे का कारण सामने नहीं आया है और न ही एनआईए का आधिकारिक बयान आया है. हालांकि माना जा रहा है कि ये छापेमारी नक्सलियों से संबंधों के संदेह पर जांच की जा रही है. मामले पर श्रमिक नेता ने कहना है कि उन्हें बदनाम करने की कोशिश की जा रही है.
निवास से दस्तावेज कब्जे में लेने के बाद परिवार से पूछताछ कर रही NIA
गौरतलब है गुरुवार की सुबह एनआईए की छापेमारी कलादास डेहरिया के निवास से दस्तावेज कब्जे में लेने की बात कही जा रही है. दस्तावेजों की जांच के साथ ही उनके परिवार के सदस्यों से भी पूछताछ किए जाने की बात सामने आई है. कलादास मजदूरों और किसानों की मांगों को लेकर आंदोलनों का नेतृत्व करते रहे हैं. उनके कई संगठनों से ताल्लुकात हैं.
डेहरिया बोले, रेला एक सांस्कृतिक मंच, हमारा बाहर से कोई फंडिंग नहीं
कलादास ने कहा कि सरकार को बर्दाश्त नहीं है कि हम किसानों और मजदूरों के लिए काम करते हैं. हमारा बाहर से कोई फंडिंग नहीं है. रेला एक सांस्कृतिक मंच है, जिसमें छत्तीसगढ़ की संस्कृति और लोकगीतों को एक मंच पर लाने का प्रयास किया जाता है. इसमें जन गीत भी शामिल है. इसका मतलब ये नहीं हो जाता कि हमारा किसी के साथ कनेक्शन है.