
Chhattisgarh Naxalites Movement: नक्सल प्रभावित राज्य छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सोमवार को एक बार फिर पांच नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया, जिनमें से दो पर कुल दो लाख रुपए का इनाम घोषित था. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सरेंडर करने वालों में महिला उग्रवादी पोडियम बुद्री, मल्लम देवा और करतम हड़मा भी शामिल हैं.
नक्सलियों को रास आ रही छत्तीसगढ़ सरकार की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति
बीजापुर में पांच नक्सलियों को आत्मसमर्पण के बारे जानकारी देते हुए अधिकारी ने बताया कि सुरक्षाबलों के सामने सरेंडर करने वाले नक्सिलयों को सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के अनुसार सुविधाएं प्रदान की जाएंगी. सरेंडर पर प्रत्येक नक्सली को प्रोत्साहन राशि दिया जाता है, उन्हें नक्सल पीड़ित की तरह ही सुविधाएं देने का प्रावधान है.
बीजापुर में एक्टिव 5 खूंखार नक्सली समेत 25 नक्सली पहले कर चुके हैं सरेंडर
गौरतलब है इससे पहले बीजापुर जिले में एक्टिव 25 नक्सलियों ने जिला पुलिस अधीक्षक और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के पुलिस उपमहानिरीक्षक के समक्ष आत्मसमर्पण किया था.. सरेंडर करने वाले सभी माओवादियों पर कुल 29 लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया था. सरेंडर करने वालों में 5 नक्सली बेहद खूंखार थे.
केंद्रीय गृह मंत्री का दावा, साल 2026 तक पूरी तरह खत्म हो जाएगा नक्सवाद
अभी हाल में छत्तीसगढ़ पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह नक्सलवाद के खिलाफ मुहिम को लेकर बड़ा बयान दिया. शाह ने दावा किया कि देश में साल 2026 तक नक्सवाद पूरी तरह से खत्म हो जाएगा. गृह मंत्री शाह ने इसके लिए छत्तीसगढ़ सीएम साय की सराहना करते हुए कहा कि उनके प्रयासों से छत्तीसगढ़ में नक्सवाद आखिरी सांसे गिन रहा है.
साल 2024 में 175 से अधिक नक्सली सुरक्षाबलों के सामने कर चुके हैं सरेंडर
उल्लेखनीय है राज्य और केंद्र सरकार के नक्सल विरोधी मुहिम की संयुक्त कार्रवाई में अब तक छत्तीसगढ़ में साल 2024 में 175 माओवादी सरेंडर कर चुके हैं, जबकि अलग-अलग माओवादी घटनाओं में शामिल 346 नक्सलियों को सुरक्षाबलों ने गिरफ्तार किया है और पिछले 7 महीने में कुल 137 नक्सली मारे गए हैं, जबकि 171 जेल भेजे गए हैं.
पिछले एक दशक में सुरक्षाबलो के हाथों मारे गए टॉप 10 नक्सली लीडर
पिछले एक दशक में छत्तीसगढ़ में नक्सल घटनाओं में रिकॉर्ड कमी आई है. वर्ष '2014 से 2024 के दौरान माओवादी घटनाएं सबसे कम हुई हैं. बीते दस साल में 14 टॉप नक्सली लीडर मारे गए हैं. केंद्रीय गृह मंत्री के मुताबिक देश में रूल ऑफ लॉ को अधिक प्रखरता के साथ स्थापित हुई है. निः संदेह इसके लिए सीएम साय की प्रशंसा की जानी चाहिए.'