Loksabha Election 2024: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में अखिल भारतीय महिला कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा की महिला सांसद को टॉयलेट इस्तेमाल करने की छत्तीसगढ़ में अनुमति नहीं मिली. आदर्श आचार संहिता का हवाला देकर सरकारी गेस्ट हाऊस के केयर टेकर ने शौचालय जाने से रोक दिया. इसे लेकर बवाल हो गया है. अलका लांबा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर भाजपा पर जमकर हमला बोला है.
चुनावी सरगर्मी के बीच छत्तीसगढ़ में टॉयलेट पर पॉलिटिक्स शुरू हो गई है. कांग्रेस की महिला नेत्रियों ने सरकारी रेस्ट हाउस में टॉयलेट का इस्तेमाल करने से रोकने के आरोप लगाए हैं.
— NDTV MP Chhattisgarh (@NDTVMPCG) April 29, 2024
पूरी खबर पढ़ें : https://t.co/RHc1hfJCYY#ndtvmpcg #cgnews #chhattisgarh #loksabhaɛlections2024 pic.twitter.com/RCECkz8ktA
ये है मामला
दरअसल बिलासपुर लोकसभा सीट के लिए 7 मई को मतदान होगा. इसके लिए प्रचार भी तेजी से चल रहा है. कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में वोट मांगने के लिए स्टार प्रचारक महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा (Alka Lamba) और राज्यसभा की महिला सांसद फूलोदेवी नेताम को टॉयलेट का इस्तेमाल करना था. इसके लिए वे सरकारी गेस्ट हाउस छत्तीसगढ़ भवन पहुंचीं. यहां पहुंचकर जब कमरे खोलने को कहा गया तो मौजूद कर्मचारी लोकसभा चुनाव की आचार संहिता का हवाला देकर मना कर दिया. इसे लेकर काफी देर तक बवाल चला. कांग्रेस की दोनों महिला नेत्रियां केयर टेकर के आगे गिड़गिड़ाती रही. लेकिन उन्होंने एक नहीं सुनीं.कर्मचारी केयर राजेंद्र यादव ने खुद को छोटा कर्मचारी होना और एसडीएम के आदेश पालन करने का हवाला दिया. काफी देर बवाल के बाद भी जब गेस्ट हाउस का रूम नहीं खुला तो कांग्रेस की इन नेत्रियों को वापस जाना पड़ गया. हालांकि बताया जा रहा है कि एक कांग्रेस के नेता ने कलेक्टर को फोन किया. कलेक्टर ने अनुमति दे दी थी लेकिन तब तक काफी देर हो गई थी.
ये भी पढ़ें Mahadev Betting App Case: बॉलीवुड एक्टर साहिल खान गिरफ्तार, मुंबई पुलिस ने जगदलपुर से दबोचा
महिला नेत्रियों ने लगाए ये आरोप
महिला नेत्री अल्का लांबा ने सोशल मीडिया एकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट किया. अल्का ने लिखा कि आज छत्तीसगढ़ में भाजपा की घृणित और महिला विरोधी मानसिकता का उदाहरण सामने आया है. बिलासपुर के छत्तीसगढ़ भवन के सरकारी गेस्ट हाउस में मुझे और छत्तीसगढ़ प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष और एक आदिवासी राज्यसभा सदस्य फूलो देवी नेताम जी को आचार संहिता का हवाला देते हुए शौचालय का इस्तेमाल करने से रोका गया. हमें सरकारी गेस्ट हाउस के बजाए बाहर किसी अन्य जगह पर जाना पड़ा. छत्तीसगढ़ की डबल इंजन BJP सरकार बताए कि चुनाव आयोग के किस नियम के तहत महिलाओं द्वारा शौचालय का इस्तेमाल करना आचार संहिता का उल्लंघन है?
ये भी पढ़ें वोट प्रतिशत बढ़ाने भोपाल में ट्रांसजेंडर्स का फैशन शो, देखें तस्वीरें