MCB Mitanin Strike: महिला दिवस के मौके पर दो सूत्रीय मांगों को लेकर मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर (MCB) जिले की 250 से अधिक मितानिन (Mitanin) हड़ताल पर चली गई हैं. मितानिनों ने पांच दिवसीय हड़ताल की चेतावनी दी है. वहीं जिले में मितानिनों के हड़ताल पर जाने से स्वास्थ्य सेवाओं पर काफी असर पड़ा है. माइनर चिकित्सीय सेवा लेने के लिए भी अब लोगों को अस्पताल के चक्कर काटने पड़ रहे हैं. जिला मुख्यालय मनेंद्रगढ़ (Manendragarh) के तहसील कार्यालय के पास सैकड़ों की संख्या में मितानिन अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रही हैं.
उग्र आंदोलन की चेतावनी
प्रदेश भर में मितानिन हड़ताल पर है. शुक्रवार के दिन मनेंद्रगढ़ तहसील कार्यालय के पास भी मितानिनों ने जमकर नारेबाजी की. मितानिनों का कहना है कि यदि समय रहते उनकी मांग पूरी नहीं की गई तो वे रायपुर में उग्र आंदोलन करेंगी. इससे पहले भी मितानिन अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर गई थीं, लेकिन तब आश्वासन के बाद उन्होंने अपना आंदोलन वापस ले लिया था. मितानिनों का कहना है कि सरकार ने चुनाव के समय अपने घोषणा पत्र में मितानिनों के लिए भी घोषणा की थी.
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'आंदोलन नहीं यह सम्मान की लड़ाई है'
आंदोलन कर रही मितानिनों का कहना है कि मितानिनों को दिन-रात मेहनत करने के बदले प्रोत्साहन राशि के रूप में कुछ रुपए दिए जाते हैं. ऐसे में घर का खर्च, खाना-पीना और बच्चों की पढ़ाई के लिए परेशानी होती है. सरकार मितानिनों के सम्मान की बात करती है, लेकिन ऐसे में मितानिनों का सम्मान होता नहीं दिखता. मितानिनों को प्रोत्साहन राशि में वृद्धि के साथ ही राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में जोड़ने से प्रदेश की हजारों मितानिनों को उनका हक मिलेगा.
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