Illegal Plotting: भू-माफिया और रेवेन्यू इंस्पेक्टर के खिलाफ ग्रामीणों ने खोला मोर्चा, लगाए अवैध प्लॉटिंग के आरोप

Chhattisgarh News: अवैध प्लॉटिंग को लेकर ग्रामीण लोगों ने अपनी आवाज बुलंद की. इसपर कार्रवाई करते हुए कलेक्टर ने इलाके के नायब तहसीलदार का तबादला कर दिया.

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Land Mafias in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़ (Manendragarh) जिले में अवैध प्लॉटिंग (Illegal Land Plotting) की लगातार शिकायतों के बाद कलेक्टर ने कार्रवाई की. यहां के नायब तहसीलदार का ट्रांसफर कोटाडोल कर दिया गया. असल में चैनपुर इलाके में अवैध प्लॉटिंग कर बड़े-बड़े मकान बनाए जा रहे थे. जिसकी स्थानीय लोगों ने कई बार कलेक्टर से शिकायत की थी. कई शिकायतों के बाद कलेक्टर ने नायब तहसीलदार का ट्रांसफर कर दिया. 

कलेक्टर ने लिया मामले का संज्ञान

राजस्व अधिकारियों पर उठ रहे थे सवाल

मनेन्द्रगढ़ में राजस्व अमले की कार्यप्रणाली को लेकर लगातार सवाल खड़े हो रहे थे. चैनपुर लालपुर के ग्रामीणों ने आरआई और भू-माफिया के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. ग्रामीणों ने एसडीएम को लिखे शिकायत में कहा कि ग्राम लालपुर में महेश सिंह के पैतृक भूमि पर राजस्व निरीक्षक द्वारा हल्का पटवारी की गैर मौजूदगी में नाप किया जा रहा था. हेश सिंह और अन्य ग्रामीणों के पूछे जाने पर भू-माफिया ने कहा कि उसकी जमीन का नाप किया जा रहा है. भूमाफियों के साथ मिलकर आदिवासियों के हक की भूमि पर जबरन अतिक्रमण से ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था.

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ग्रामीण है परेशान

ग्रामीणों ने भू माफियाओं के खिलाफ अपनी शिकायत में कहा कि नजूल राजस्व निरीक्षक प्रीतम बेक द्वारा शाहिद रजा खान और कुछ अन्य भू-माफिया द्वारा पटवारी की गैरमौजूदगी में 13 जून को करीब 11 बजे ग्राम लालपुर के महेश सिंह की पैतृक भूमि का नाप किया जा रहा था. ग्रामीणों ने नामजद शिकायत में कहा कि इस तरह भू-माफिया के साथ मिलकर आदिवासियों के हक की भूमि पर जबरन अतिक्रमण किया जा रहा था. 

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रेवेन्यू इंस्पेक्टर ने किया आरोप से इंकार

इलाके के रेवेन्यू इंस्पेक्टर प्रीतम बेक ने अपने बयान में कहा कि ग्रामीणों का आरोप गलत है. उन्होंने कहा कि तहसील न्यायालय से सीमांकन के लिए आदेश होने पर जमीन का सीमांकन करने गए थे. हलका पटवारी के छुट्टी पर होने के कारण चौघड़ा के पटवारी दीपेंद्र पाल सिंह को साथ लेकर जमीन की नापी की जा रही थी, लेकिन विवाद होने की वजह से सीमांकन नहीं हो पाया है. वहीं मामले में नगर पालिका मनेंद्रगढ़ के पूर्व अध्यक्ष राजकुमार केशरवानी ने कहा कि छोटी कार्रवाई करके प्रशासन बड़े लोगों को बचाने का कार्य किया जा रहा है. मुझे लगता है कि प्रशासन को छोटी कार्रवाई न करके बड़े भू माफियाओं पर कार्रवाई करनी चाहिए. 

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