Places to Visit in Chhattisgarh : छत्तीसगढ़ का बस्तर अपनी प्राकृतिक सुंदरता और खूबसूरती संस्कृति के लिए दुनियाभर में मशहूर है. यहां के पर्यटन स्थलों पर हर साल देश-विदेश से सैकड़ों लोग आते हैं. बस्तर में एक गांव है - दुढ़मारास गांव... जहां अब बम्बू राफ्टिंग के लिए अपनी अलग पहचान बनाई है. साल 2024 में इस जगह को सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव का पुरस्कार भी मिल चुका है. इसी से प्रेरणा लेकर अब कांकेर जिले का खमढोड़गी गांव भी पर्यटन के क्षेत्र में एक नई शुरुआत कर रहा है. खमढोड़गी गांव चारों ओर पहाड़ों और जंगलों से घिरा हुआ है. अब ये जगह बम्बू राफ्टिंग का नया ठिकाना बन गया है. ये गांव कांकेर जिला मुख्यालय से केवल 10 किलोमीटर की दूर है. जहां पर्यटक बम्बू राफ्टिंग का मजा ले सकते हैं. यहां पहले से ही लोग पिकनिक और छुट्टियां मनाने आते रहे हैं लेकिन अब ये जगह और भी मशहूर होती जा रही है.
खमढोड़गी गांव के लोगों ने गांव की CFR (Code of Federal Exchange) के तहत अपनी जिम्मेदारी को समझा और पर्यटन को बढ़ावा देने का फैसला किया. यहां के लोगों बम्बू राफ्टिंग की शुरुआत की.... फिर उन्होंने ग्रामसभा को मजबूत बनाने की पहल की. साथ ही स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर पैदा करने की दिशा में कदम उठाए . ग्रामीणों का कहना है कि आने वाले समय में यहां होम स्टे और ट्रेकिंग जैसी सुविधाएं भी शुरू करने की प्लान है.
फिल्मों की शूटिंग के लिए बेहद खास
खमढोड़गी गांव पहले से ही छत्तीसगढ़ी फिल्मों की शूटिंग के लिए एक लोकप्रिय स्थान रहा है. यहां का शांत वातावरण, ऊंचे-ऊंचे पहाड़ और हरे-भरे जंगल किसी भी पर्यटक का दिल जीत लेते हैं. अब बम्बू राफ्टिंग के जुड़ने से यह गांव और भी खास बन गया है.
कांकेर में पर्यटन के खुले रास्ते
कांकेर जिला अपने सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व के साथ ही प्राकृतिक सौंदर्य के लिए भी जाना जाता है. यहां ऊंचे पहाड़, झरने और हरे-भरे जंगलों के बीच पर्यटन के अवसर मौजूद हैं. बम्बू राफ्टिंग जैसी गतिविधियां पर्यटकों को आकर्षित करेंगी. स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार का साधन भी बनेंगी. अगर खमढोड़गी गांव में यह प्रोजेक्ट सफल रहता है तो यह पूरे कांकेर जिले के पर्यटन को नई ऊंचाई पर ले जा सकता है. इससे स्थानीय लोग सशक्त होंगे कांकेर जिले को एक नए पर्यटन केंद्र के रूप में पहचान मिलेगी.
क्या है बम्बू राफ्टिंग ?
अब बम्बू राफ्टिंग का मतलब भी समझ लीजिए. दरअसल, इसमें बांस की लकड़ियों को एक साथ जोड़कर एक बेड़ी बनाई जाती है जो पानी में तैरती है. लोग इस पर बैठकर नदी या झील की सैर करते हैं. ये गतिविधि पर्यटकों के बीच काफी मशहूर है क्योंकि ये प्राकृतिक वातावरण में रोमांच और शांति का अनोखा अनुभव प्रदान करती है.