Chhattisgarh Ground Report NDTV: छत्तीसगढ़ के बैकुंठपुर (Baikunthpur) में तालाबों को सुंदर बनाने के लिए नगर पालिका (Nagar Palika) लाखों रुपए खर्च कर चुकी है. बावजूद इसके खर्च का फायदा नजर नहीं आ रहा है. बस स्टैंड (Bus Stand) के पास प्रेमाबाग तालाब (Prembagh Talab) के सौंदर्यीकरण पर बीते साल नगर पालिका ने 36 लाख रुपए खर्च किया था, सालभर भी नहीं बीते और तालाब गंदगी से पटी पड़ी है. यही हाल बाजारपारा के जोड़ा तालाब का है. श्रीराम मंदिर तालाब और जेल तालाब दोनों में प्लास्टिक कचरा पानी तट पर जमा है. प्रेमाबाग तालाब के किनारों पर नगर पालिका ने पेबर ब्लॉक, रेलिंग, बेंच और लाइटिंग लगाकर रंगरोंगन कार्य कराया था. सालभर में ही यहां लैंप लाइट टूट गई है. तालाब तट की सफाई नहीं होने से गंदगी फैल गई है. वहीं तालाब का पानी भी गंदा हो गया है. शहरवासियों का कहना है कि 5 साल के भीतर तालाब का दो बार सौंदर्यीकरण किया गया है, जिस पर करीब 40 लाख रुपए से अधिक खर्च किए गए हैं. बावजूद इसके तालाब आकर्षण का केंद्र नहीं बन सका है. जबकि नगर पालिका ने दावा किया था कि सौंदर्यीकरण के बाद यह तालाब शहरवासियों के घूमने के लिए एक बेहतर स्थान बनेगा. तालाब तट पर चौपाटी बनाई जाएगी जहां लोग शाम का वक्त बीता सकेंगे, लेकिन यह बदहाल पड़ा है.
जाेड़ा तालाब के सौंदर्यीकरण पर भी ध्यान नहीं
बाजारपारा के जोड़ा तालाब के सौंदर्यीकरण पर भी नगर पालिका का ध्यान नहीं है. श्रीराम मंदिर तालाब जहां छठ पूजा समेत श्रद्धालु अन्य धार्मिक अनुष्ठान को पूरा करते हैं, वह बाजार की गंदगी से भरा पड़ा है. जबकि तालाब के बाहर नगर पालिका का जुर्माना से संबंधित चेतावनी बोर्ड लगा है. यही हाल जेल तालाब का है. तालाब गंदगी से पटा हुआ है. जबकि दोनों तालाब के गहरीकरण और सौंदर्यीकरण पर 4 साल पहले करीब 70 लाख रुपए से अधिक राशि खर्च की गई है.
प्रेमाबाग तालाब का 25 लाख से घाट निर्माण
बस स्टैंड के पास प्रेमाबाग तालाब का 25 लाख रुपए से घाट निर्माण और करीब 8 लाख रुपए से सौंदर्यीकरण हुआ था. राजधानी के मरीन ड्राइव की तर्ज पर निर्माण कार्य पूरा कराने की बात कही गई थी लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ. शाम के वक्त अब यहां लोगों ने भी आना बंद कर दिया. तालाब की सुंदरता और रंग रोंगन कार्य भी अब बदहाल हो चला है.
तालाब की सफाई करवाएंगे : CMO
नगर पालिका सीएमओ मनीष वारे ने कहा कि तालाब तट पर फैली गंदगी की सफाई कराई जाएगी. वहीं तालाब में कचरा फेंकने वालों पर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने स्थानीय लोगों से भी अपील करते हुए कहा कि तालाब में कचरा न फेंके और यदि कोई ऐसा करता दिखे तो इसकी सूचना नगर पालिका को दें.
बाजारपारा में जेल तालाब कमल से पटा, सफाई नहीं करा रहे
नगर पालिका क्षेत्र के बाजारपारा में जेल तालाब पूरी तरह से कमल के पौधों से पट चुका है. तालाब में पानी दिखाई ही नहीं दे रही है. नगर पालिका ने इस साल तालाब की सफाई अब तक शुरू नहीं की है. आसपास के कुछ मछुआरे तालाब में मछली पालन भी करते हैं. कमल के फैलने से पानी में ऑक्सीजन की मात्रा में कमी आने से जलजीवों पर खतरा बना हुआ है. यहां तालाब में सालभर पानी रहता है, लेकिन कमल के पौधे की जड़ों ने पूरे तालाब में पानी का दायरा सीमित कर दिया है. तालाब के करीब 90 फीसदी हिस्से में कमल की जड़ों का जाल फैल चुका है. इससे पानी पूरी तरह दूषित हो गया है और तल में गंदगी जमा हो गई है. इसके सामने श्रीराम मंदिर तालाब की सफाई भी इस साल नहीं हुई है.
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