CM Vishnu Deo Sai on Independence Day 2024: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय (CM Vishnu Deo Sai) ने राजधानी रायपुर के पुलिस परेड मैदान (Police Pared Ground Raipur) में आयोजित स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) के राज्य स्तरीय समारोह में ध्वजारोहण कर परेड की सलामी ली. उन्होंने प्रदेशवासियों को 78वें स्वतंत्रता दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दीं. विष्णु देव साय ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) द्वारा भारत को वर्ष 2047 तक विकसित (Viksit Bharat) देश बनाने के संकल्प में छत्तीसगढ़ प्रभावी भूमिका अदा कर रहा है. हमारी सरकार विकसित छत्तीसगढ़ के संकल्प को लेकर राज्य के चहुंमुखी विकास के लिए नई-नई योजनाएं तैयार कर रही है.
"घर घर तिरंगा, सब घर तिरंगा"
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) August 15, 2024
सरगुजा से लेकर बस्तर तक पूरे छत्तीसगढ़ में स्वतंत्रता दिवस और "हर घर तिरंगा" अभियान की धूम है। लोग देशप्रेम की भावना से ओतप्रोत बहुत ही उत्साहित हैं।
सुनिए देश की शान तिरंगे पर हल्बी और हिंदी भाषा में ये ओजस्वी गीत...#हर_घर_तिरंगा… pic.twitter.com/h5eacLxbi0
ये रहा CM का पूरा संबोधन
LIVE:- स्वतंत्रता दिवस समारोह, पुलिस परेड ग्राउंड रायपुर https://t.co/ZA2DatkaSx
— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) August 15, 2024
देश के 78 वें स्वतंत्रता दिवस पर सभी छत्तीसगढ़वासियों को हार्दिक बधाई. आज स्वतंत्रता दिवस की इस मंगल बेला में हम सभी स्वाधीनता का सुख साझा कर रहे हैं. हमको यह आजादी अंग्रेजी साम्राज्यवाद के विरुद्ध हमारे पूर्वजों के कठिन संघर्ष और बलिदान के बूते मिल पायी है. यह आजादी हमें देन है शहीद गेंद सिंह, शहीद धुरवा राव, शहीद यादव राव, शहीद वेंकट राव, वीर गुंडाधुर, शहीद डेबरी धुर, शहीद आयतु माहरा, शहीद वीर नारायण सिंह जैसे हमारे अनेक ऐतिहासिक नायकों की, जिन्होंने अदम्य साहस का परिचय देते हुए जनमानस में स्वाधीनता की अलख जगायी.
स्वाधीनता के साथ ही बाबा साहेब डॉ. भीम राव अंबेडकर के नेतृत्व में संविधान निर्माण का काम संपन्न हुआ, जो आज प्रकाश स्तंभ की तरह देश के लोकतंत्र को निरंतर आगे बढ़ने की राह दिखा रहा है. बरसों पहले बाबा गुरु घासीदास जी ने समता मूलक समाज का आदर्श हम सबके सामने रखा था, जो बाबा साहेब द्वारा निर्मित संविधान में फलीभूत हुआ. उनके संविधान में कबीर की वाणी का सार भी है, जो भारत के नागरिकों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के साथ-साथ समानता प्रदान करती है.
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा।
— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) August 15, 2024
झंडा ऊँचा रहे हमारा।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने अपने निवास पर ध्वजारोहण किया।#HarGharTiranga2024 #IndiaIndependenceDay pic.twitter.com/Mlw8HkZw5D
हमारे पूर्वजों ने संविधान की मशाल को बुझने नहीं दिया
आज के दिन हम उन पूर्वजों के प्रति भी कृतज्ञता व्यक्त करते हैं जिन्होंने आपातकाल के कठिन दौर में संविधान की मशाल को बुझने नहीं दिया. देश भर में हजारों लोकतंत्र सेनानियों ने इमरजेंसी का विरोध किया और इसके प्रतिरोध में जेल की सजा और अन्य यातनाएँ भुगतीं. अगले वर्ष 25 जून को इमरजेंसी के पचास बरस पूरे हो जाएंगे. इस वर्ष ‘‘आपातकाल स्मृति दिवस‘‘ के अवसर पर 25 जून के दिन हमें अपने प्रदेश के लोकतंत्र सेनानियों का आशीर्वाद मिला है. मुझे यह कहते हुए प्रसन्नता हो रही है कि अपने लोकतंत्र सेनानियों के प्रति कृतज्ञता-ज्ञापित करने हेतु पिछले पांच वर्षों से रुकी उनकी सम्मान निधि हमारी सरकार द्वारा पुनः प्रारंभ की गई है.
आज स्वतंत्रता दिवस की मंगल बेला में शहीदों को नमन किया, जिन्होंने जनमानस में स्वाधीनता की अलख जगाई और हमें आजादी दिलाई।
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) August 15, 2024
पूरे देश के स्वाधीनता संग्राम के नायकों के साथ ही, छत्तीसगढ़ के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने मां भारती को आजाद कराने, अथक प्रयास किया। जिनके कारण हम आज… pic.twitter.com/d1AS92T76t
नक्सलवाद पर यह कहा
आज के दिन हम अपने उन जवानों के प्रति भी कृतज्ञता व्यक्त करते हैं जो हमारे प्रदेश में लोकतंत्र विरोधी, नक्सलवादी आतंक से पूरे साहस और जज्बे के साथ मुकाबला कर रहे हैं. बीते आठ महीनों में हमारे जवानों ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए 146 नक्सलियों को मार गिराया है. इस दौरान हमने 32 नये सुरक्षा कैंप खोले हैं और आने वाले दिनों में 29 नये कैंप शुरू करने जा रहे हैं. आज कई वर्षों बाद क्षेत्र की जनता सुरक्षित महसूस कर रही है, जिसका कारण हमारे वीर जवानों की मेहनत व पराक्रम है.
देश की आज़ादी में आहुति देने वाले महापुरुषों की याद एवं तिरंगे के प्रति सम्मान दर्शाता "हर घर तिरंगा" अभियान प्रदेशवासियों को देशप्रेम की भावना से ओतप्रोत कर रहा है।
— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) August 15, 2024
इस अवसर पर "घर घर तिरंगा, सबू घर तिरंगा" हल्बी और हिंदी भाषा में प्रस्तुत यह सुमधुर गीत आपके मन में देशभक्ति की… pic.twitter.com/7I4Vj9xPHJ
अन्दरूनी क्षेत्रों में नये कैंपों का विस्तार कर लोगों को आतंक से मुक्ति देने के साथ ही इन क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित करने का काम भी युद्ध स्तर पर किया जा रहा है. इसके लिए हमने ‘'नियद नेल्लानार'' योजना शुरू की है. इस शब्द का अर्थ होता है -''आपका अच्छा गांव''. विशेष पिछड़ी जनजातियों के हितग्राहियों के लिए आरंभ की गई ‘'पीएम जनमन योजना'' की तरह इस योजना से कैंपों के निकट पांच कि.मी. की परिधि के गांवों में 17 विभागों की 53 हितग्राही मूलक योजनाओं एवं 28 सामुदायिक सुविधाओं का लाभ लोगों को दिया जा रहा है. इन गांवों में पहली बार लोगों के आयुष्मान कार्ड बने हैं. वे शिक्षा और स्वास्थ्य संबंधी सरकार की लोकहितकारी योजनाओं का लाभ अब उठा रहे हैं. उनके जीवन में सुशासन का नया सवेरा आया है.
योजनाओं व कार्यों को भी गिनाया
हमें अपने जवानों के साथ अपने किसानों पर भी गर्व है. उनके श्रम से छत्तीसगढ़ महतारी का धान का कटोरा भरा-पूरा रहता है. प्रधानमंत्री मोदी जी की गारंटी के अनुरूप हमने अन्नदाताओं की सुख-समृद्धि को सर्वाेच्च प्राथमिकता में रखा है. पूर्व प्रधानमंत्री और हमारे प्रेरणा पुंज अटल जी के जन्मदिन ‘‘सुशासन दिवस'' के अवसर पर हमने राज्य के 13 लाख किसानों के बैंक खाते में 3716 करोड़ रुपए का बकाया धान बोनस अंतरित किया. हमने अपने वायदों को पूरा करते हुए किसानों से 3100 रुपए प्रति क्विंटल की दर से और 21 क्विंटल प्रति एकड़ के मान से धान खरीदी की. प्रदेश में ‘‘रिकॉर्ड'' 145 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी की गई. किसानों को समर्थन मूल्य की 32 हजार करोड़ रुपए की राशि के साथ ही कृषक उन्नति योजना के अंतर्गत प्रदेश के 24 लाख 75 हजार किसानों को अंतर की राशि 13 हजार 320 करोड़ रुपए अंतरित किए गए. इस प्रकार हमारे अन्नदाताओं के खाते में सरकार ने धान खरीदी और बकाया बोनस मिलाकर लगभग 49 हजार करोड़ रुपए अंतरित किए.
छत्तीसगढ़ को गढ़ने और सँवारने में मातृशक्ति की अहम भूमिका है. हम उनके योगदान का वंदन करते हैं. हमारे छत्तीसगढ़ में तीज त्योहार की परंपरा है. तीजा के मौके पर भाई अपनी बहनों को भेंट देते हैं. प्रदेश की माताओं-बहनों को ‘'महतारी वंदन योजना'' के रूप में यही भेंट हम प्रदान कर रहे हैं. 10 मार्च, 2024 के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने वर्चुअल समारोह में 70 लाख माताओं-बहनों के खाते में महतारी वंदन योजना की पहली किश्त के रूप में एक-एक हजार रुपए की राशि अंतरित की. अब तक इस योजना की छह किश्त जारी की जा चुकी है.
नारी शक्ति का वंदन
हमारी माताएं-बहनें इससे आर्थिक रूप से सक्षम व आत्मनिर्भर हुई हैं. वे इस राशि का उपयोग अपनी इच्छा अनुसार बच्चों की पढ़ाई एवं घर के बजट को व्यवस्थित करने में कर रही हैं, जिससे उन्हें आर्थिक संबल मिल रहा है. जब हम बेटियों को मजबूत करते हैं तो पूरा परिवार मजबूत होता है और मजबूत परिवार से ही मजबूत समाज और मजबूत राष्ट्र का निर्माण होता है. महिलाओं केे आर्थिक सामाजिक सशक्तीकरण से निश्चित ही विकसित छत्तीसगढ़ की आधारशिला मजबूत हो रही है.
आर्थिक रूप से पिछड़े परिवारों को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराना हमारी सर्वाेच्च प्राथमिकता है. इसमें सबसे पहले सबको आवास सुनिश्चित कराने की जिम्मेदारी है. मैं पिछले तीन दशकों से विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा के निकट संपर्क में रहा हूँ, उनके करीब रहकर मैंने देखा है घास-फूस के आवास में रहने वालों का दर्द क्या होता है.
PM आवास से नि:शुल्क स्वास्थ्य सुविधाओं का जिक्र ऐसे किया
जब हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री पीएम आवास योजना लेकर आए तो प्रदेश के लाखों परिवारों को उम्मीदें जगी लेकिन पिछले 5 सालों में प्रदेश के 18 लाख जरूरतमंद परिवारों के आवास का सपना पूरा नहीं हो सका. हमने संकल्प लिया कि हम इन 18 लाख परिवारों की पीड़ा दूर करेंगे. शपथ लेने के अगले दिन ही हमारी सरकार ने इनके आवास के सपने को पूरा करने की राह खोल दी. इसके साथ ही सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण में चिन्हांकित 47 हजार 90 आवासहीन परिवारों को आवास स्वीकृत करने का निर्णय भी हमने ‘‘मुख्यमंत्री आवास योजना'' के तहत लिया है.
हमारे ग्रंथों में ‘‘सर्वे संतु निरामया'' की कामना की गई है. किसी तरह की बीमारी हो जाने पर सबसे ज्यादा चिंता आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को उठानी पड़ती है. इसे देखते हुए प्रदेश में ‘'आयुष्मान भारत''-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना'' के साथ ही ‘‘शहीद वीरनारायण सिंह स्वास्थ्य योजना'' लागू करने का निर्णय लिया गया है. इन दोनों योजनाओं से छत्तीसगढ़ के 77 लाख 20 हजार परिवारों को 5 लाख रूपए तक निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल रहा है.
वनवासी व जनजातीय क्षेत्रों में हुए कार्यों काे भी गिनाया
वन अधिकार पत्र धारकों की मृत्यु हो जाने के पश्चात उनके वारिसों को वन अधिकार पत्र हस्तांतरित करने की प्रक्रिया का उल्लेख वन अधिकार नियमों में नहीं था. इस वजह से नामांतरण, सीमांकन, खाता विभाजन जैसे राजस्व संबंधी कार्य संभव नहीं थे. हमने अपने जनजाति और वनवासी भाइयों की पीड़ा को समझा. हमारी सरकार द्वारा उनके वारिसों को वन अधिकार पत्र हस्तांतरित करने का प्रावधान किया गया है. अब वन अधिकार पत्र धारण करने वाले हमारे जनजाति और वनवासी भाइयों के लिए सीमांकन, नामांतरण, खाता विभाजन जैसे कार्य सहज हो गये हैं. इन वन अधिकार पत्रों को डिजिटलाइज्ड भी किया गया है.
युवाओं को लेकर कही यह बात
युवा हमारे भविष्य हैं. युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर मिले, उनकी उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए उपयुक्त वातावरण हो, इसके लिए हम प्राथमिकता से कार्य कर रहे हैं. हमारी सरकार यह मानती है कि भर्ती प्रक्रियाओं में की गई अनियमिततायें होनहार युवकों को रोजगार के अवसरों से वंचित तो करती ही हैं, साथ ही इससे सिविल सेवा की गुणवत्ता पर भी दुष्प्रभाव पड़ता है.
अब सिविल सेवाओं की तैयारी के लिए अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग के चयनित युवा पूर्णतः निःशुल्क कोचिंग प्राप्त कर सकेंगे एवं दिल्ली में कहीं भी निवास करने पर उनको निर्धारित स्टाइपेंड भी प्राप्त होगा जिससे उन्हें किराये के लिए भी प्रतिपूर्ति प्राप्त होती रहेगी. हमने शासकीय सेवाओं हेतु आयोजित परीक्षा में सम्मिलित होने की अधिकतम आयु सीमा में 5 वर्ष की छूट प्रदान की है. इससे प्रदेश के लाखों युवाओं को प्रतियोगी परीक्षा में सम्मिलित होने का अवसर प्राप्त हुआ है. राजधानी के नालंदा परिसर की तरह ही 13 और नगरीय निकायों में सर्वसुविधायुक्त लाइब्रेरी भी तैयार की जाएगी.
युवाओं के लिए खेल की सर्वाेत्तम अधोसंरचना तैयार करने की दिशा में हमारी सरकार द्वारा गहन प्रयास किया जा रहा है. साथ ही प्रदेश के पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए हमने ‘‘छत्तीसगढ़ क्रीड़ा प्रोत्साहन योजना‘‘ आरंभ करने का निर्णय लिया है.
खेल और रोजगार के क्षेत्र में हुए ये काम
रायगढ़ जिले में इंडोर स्टेडियम काम्प्लेक्स, हॉकी एस्ट्रोटर्फ मैदान एवं सिंथेटिक एथलेटिक ट्रैक 31 करोड़ 50 लाख रुपए की लागत से बनाया जाएगा, वहीं बलौदाबाजार जिले में 14 करोड़ रुपए की लागत से इंडोर स्टेडियम काम्प्लेक्स का निर्माण किया जाएगा. जशपुर जिले के कुनकुरी में 33 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से आधुनिक खेल स्टेडियम का निर्माण किया जाएगा. निश्चित रूप से हमारी सरकार युवाओं को उन्नति के लिए हर अवसर प्रदान करेगी, यह हमारा संकल्प है.
रोजगार के बेहतर अवसर अच्छी शिक्षा से उत्पन्न होते हैं. प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था की नींव को ठोस करने का काम हमने शुरू कर दिया है. इसके लिए प्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू किया गया है. छत्तीसगढ़ अपनी बोली-भाषा की विविधता से समृद्ध है. हमारे यहां कहावत प्रचलित है कि ‘‘कोस-कोस मा पानी बदलय, चार कोस मा बानी.‘‘ प्रारंभिक आयु में बच्चे सबसे ज्यादा अपनी मातृभाषा में सीखते हैं, इसके चलते ही हमने नई शिक्षा नीति के तहत 18 स्थानीय भाषाओं में प्राइमरी स्कूल में पढ़ाई कराने का निर्णय लिया है. इससे बच्चों का अपनी भाषा से अनुराग भी बढ़ेगा तथा हमारी नई पीढ़ी अपनी जड़ों से भी जुड़ी रहेगी.
स्कूलों में स्थानीय भाषाओं के साथ रोबोटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस जैसे विषय भी पढ़ाये जा रहे हैं, ताकि विद्यार्थी नये समय के अनुरूप स्वयं को तैयार कर सकें. प्रदेश के स्कूलों में न्यौता भोज का आयोजन भी शुरू किया गया है. इसमें जन्मदिन जैसे विशेष अवसरों पर स्कूली बच्चों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने समाज की सहभागिता सुनिश्चित की गई है. इससे बच्चों का पोषण विकास तो होता ही है, सामुदायिक भावना का भी विकास होता है. पैरेंट्स-टीचर मीटिंग के माध्यम से बच्चों के सर्वांगीण विकास की दिशा में हम काम कर रहे हैं.
प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति को मजबूत करने मेडिकल शिक्षा का लगातार विस्तार जरूरी है. हमने संभाग स्तर पर एम्स की तर्ज पर छत्तीसगढ़ इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (CIMS) आरंभ करने का निर्णय लिया है. रायपुर में मेकाहारा तथा बिलासपुर में सिम्स के भवन विस्तार तथा अन्य सुविधाओं पर काम प्रारंभ कर दिया है.
राजधानी रायपुर में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आयोजित मुख्य समारोह में प्रदेश की सुरक्षा में अपना उत्कृष्ट योगदान देने वाले पुलिस सेवा एवं सुरक्षा बलों के जवानों को पुरस्कृत किया एवं शुभकामनाएं दी।
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) August 15, 2024
इन वीर जवानों के अद्वितीय पराक्रम से ही हमारा देश-प्रदेश सुरक्षित है। इनकी… pic.twitter.com/ZJNUZoC5t1
युवाओं को बड़े पैमाने पर रोजगार प्रदान करते हुए अर्थव्यवस्था को तेज रफ्तार देने हेतु हम प्रदेश की नई उद्योग नीति तैयार कर रहे हैं. इसके लिए हम देश की जानी-मानी विशेषज्ञ संस्थाओं तथा उद्योग संगठनों की सलाह लेकर कार्य कर रहे हैं. औद्योगिक अवसरों को आगे बढ़ाने देश-दुनिया में जो नवाचार प्रारंभ किये गये हैं, उन्हें राज्य की परिस्थिति के अनुरूप लागू करने छत्तीसगढ़ आर्थिक सलाहकार परिषद के गठन का निर्णय भी हमने लिया है.
निवेश का बना माहौल
राज्य में निवेश का बेहतर माहौल हो, इसके लिए हमने सिंगल विंडो सिस्टम को नवीनीकृत किया है. इससे उद्यमियों को अनापत्ति प्रमाण पत्र तथा अन्य क्लियरेंस के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के कार्यकाल में जिस तरह से छत्तीसगढ़ में नेशनल हाइवे, एयरपोर्ट और रेलवे कनेक्टिविटी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य हुए हैं, उससे छत्तीसगढ़ अब निवेश के लिए सबसे आदर्श जगह बन गया है. यहां प्रचुर खनिज संसाधन, कानून-व्यवस्था की बेहतर स्थिति और कुशल मानव संसाधन के बूते उद्योगों के फलने-फूलने की प्रचुर संभावनाएं हैं.
प्रदेश की भौगोलिक विविधता को देखते हुए हमने सभी क्षेत्रों के आर्थिक विकास के लिए रणनीति तैयार की है. बस्तर और सरगुजा में हम वनोपज प्रसंस्करण केंद्रों, इको टूरिज्म, नैचुरोपैथी आदि पर जोर दे रहे हैं. नवा रायपुर को हम आईटी हब तथा इनोवेशन हब के रूप में विकसित कर रहे हैं. राजधानी के समुचित विकास के लिए और यहां उद्यम के अवसरों को बढ़ावा देने हम नेशनल कैपिटल रीजन( एनसीआर) की तरह ही स्टेट कैपिटल रीजन विकसित करने जा रहे हैं. कोरबा-बिलासपुर इंडस्ट्रियल कारिडोर बनाने का निर्णय हमने लिया है. इसके अस्तित्व में आने पर इन क्षेत्रों में औद्योगिक विस्तार और भी तेज हो जाएगा. उद्यमी युवाओं को ‘‘छत्तीसगढ़ उद्यम क्रांति योजना‘‘ के माध्यम से 50 प्रतिशत सब्सिडी के साथ हम ब्याज मुक्त ऋण प्रदान करेंगे.
सुशासन की राह पर प्रदेश
हमारी सरकार पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्रद्धेय स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा दिखाई गयी सुशासन की राह पर चलकर छत्तीसगढ़ को संवार रही है. सुशासन के मूल्यों को क्रियान्वित करने हमने ‘‘सुशासन एवं अभिसरण विभाग‘‘ का गठन किया है. यह विभाग शासन-प्रशासन के हर स्तर पर पारदर्शिता, नवाचार और सुशासन का कार्यान्वयन सुनिश्चित कर रहा है. योजनाओं के जमीनी क्रियान्वयन की प्रभावी मानिटरिंग के लिए हमने ‘‘अटल मॉनिटरिंग ऐप‘‘ भी तैयार किया है.
गवर्नेंस के हर हिस्से में हम पारदर्शिता सुनिश्चित कर रहे हैं. खनिजों के परिवहन में हमने मैनुअल पद्धति को समाप्त कर दिया है और ई-ट्रांजिट पास जारी करने की व्यवस्था पुनः शुरू की है. इसी तरह सरकारी खरीदी में पारदर्शिता सुनिश्चित करने हमने जेम पोर्टल के माध्यम से खरीदी का निर्णय लिया. आबकारी नीति में पारदर्शिता लाने तथा भ्रष्टाचार को समाप्त करने, पुरानी व्यवस्था के स्थान पर सीधे कंपनियों से खरीदी का निर्णय लिया है.
राजस्व संबंधी प्रकरणों के त्वरित और समय-सीमा में निराकरण के लिए हमने तहसीलदारों के अधिकारों का विस्तार किया है. नाम, जाति, पता की त्रुटि, सिंचिंत-असिंचित रकबा, कैफियत त्रुटि, एक फसली-बहु फसली त्रुटि को सुधारने का अधिकार तहसीलदार को दिया गया है, जिससे राजस्व संबंधी परेशानी झेल रहे लोगों की दिक्कत दूर हो रही है.
विकसित भारत के साथ विकसित छत्तीसगढ़ की बात
केन्द्र की तर्ज पर राज्य नीति आयोग का गठन किया गया है. हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने आजादी के सौ बरस पूरे होने पर वर्ष 2047 तक देश को विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया है और इसके लिए एक रोड मैप तैयार किया है. हमारी सरकार भी इससे कदमताल करते हुए ‘‘विकसित छत्तीसगढ‘‘़ का संकल्प लेकर आगे बढ़ रही है. इसके लिए राज्य नीति आयोग द्वारा ‘‘अमृतकाल विजन@2047'' तैयार किया जा रहा है. हमारी दिशा स्पष्ट है, नियत साफ है और हौसला पर्वत जैसा है. निश्चित ही आप सभी की भागीदारी के साथ ‘‘अमृतकाल विजन@2047'' पर काम कर हम विकसित छत्तीसगढ़, विकसित भारत के निर्माण का संकल्प पूरा करेंगे.
स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर स्कूली विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक, देशभक्ति थीम पर सुंदर प्रस्तुतियों ने समा बाँध दिया, जिससे पूरा ग्राउंड भारत माता की जयकारे से गूँज उठा।
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) August 15, 2024
मां भारती के प्रति इन बच्चों में अथाह प्रेम है, ये बच्चे देश-प्रदेश के उज्ज्वल भविष्य हैं,… pic.twitter.com/pIsx7j15Mg
जलवायु परिवर्तन के संकट को देखते हुए हम सबका कर्तव्य है कि पर्यावरण को बेहतर बनाने में अपनी भागीदारी दें. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने '‘एक पेड़ माँ के नाम'‘ अभियान आरंभ किया है. मैंने अपने गृह ग्राम बगिया में इस अभियान के अंतर्गत रुद्राक्ष का पौधा लगाया है. रायपुर में मुख्यमंत्री निवास में मैंने दहीमन का पौधा लगाया है. आप भी एक पौधा जरूर लगाएं, यह आग्रह है.
रामलला का भी हुआ उल्लेख
यह हमारी पुण्य भूमि का परम सौभाग्य है कि राम हमारे भांजे हैं और उनकी कर्मभूमि भी छत्तीसगढ़ है. मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के सीतामढ़ी हरचौका से लेकर सुकमा के इंजरम तक कण-कण राम के वनवास काल का साक्षी है. हमारी धरती, माता शबरी की पुण्य भूमि है. पवित्र शिवरीनारायण धाम में उन्होंने अपनी अगाध श्रद्धा से जूठे बेर प्रभु को खिलाए थे. वनवास के दौरान बिताए गए चौदह वर्षों में से दस वर्ष प्रभु राम ने हमारे छत्तीसगढ़ में ही बिताए हैं. रामायण के प्रसंग जनजातीय लोगों से प्रभु राम के अद्भुत स्नेह तथा प्रभु राम के जनजातीय लोगों के प्रति गहन अनुराग और समर्पण से भरे पड़े हैं. हम जब भी इन प्रसंगों को सुनते हैं, भाव विभोर हो जाते हैं. हम धन्य हैं कि हमारा जन्म इस पुण्य भूमि में हुआ है. यह सौभाग्य हमें राम के आदर्शों पर चल कर निरंतर काम करने की प्रेरणा देता है.
तुलसीदास जी ने लिखा है- ‘‘दैहिक दैविक भौतिक तापा, राम राज्य नहीं काहुहि ब्यापा.'' भगवान राम ने एक आदर्श राज्य की स्थापना की. आप सभी के सहयोग से हम अपने पूरे सामर्थ्य के साथ काम करते हुए छत्तीसगढ़ को सुखी, समृद्ध राज्य बनाने की दिशा में काम करेंगे.
लोकतंत्र को लेकर यह कहा
बहनों एवं भाइयों,
लोकतंत्र में भरोसे का संकट सबसे बड़ा संकट होता है. यह तंत्र निश्चित ही जनता का अपने प्रतिनिधियों पर भरोसा कायम रखने से ही चलता है. कार्यभार संभालने के बाद हमारी सबसे बड़ी चुनौती इसी भरोसे को बहाल करने की थी. हमे इस अवसर पर यह कहते हुए संतोेष हो रहा है कि हमारी सरकार ने आपसे किये अधिकांश बड़े वायदों को पूरा कर इस विश्वास को फिर से स्थापित किया है. हमारे संविधान निर्माताओं का सपना ऐसे ही मजबूत लोकतंत्र का था, जहां जनता और उसकी चुनी सरकार भरोसे की ऐसी ही मजबूत डोर में बंधी रहे. वास्तव में यह लोकतंत्र का मजबूत रक्षासूत्र है, जिसे कभी भी किसी भी लोकसेवक को कमजोर नहीं करना चाहिए.
स्वतंत्रता दिवस का यह दिन हमें स्मरण कराता है कि हमें मिली आजादी बहुमूल्य है. पूर्वजों ने कठिन संघर्ष और बलिदान देकर स्वतंत्रता की विरासत हमें सौंपी है. हमारे पूर्वजों ने भारत माता को परतंत्रता की बेड़ियों से आजाद कर देशभक्ति की अनुपम मिसाल प्रस्तुत की. विकसित भारत के निर्माण में अपनी सहभागिता प्रदान कर देश को संवारने के अनुकरणीय कार्य में अपना योगदान देकर हम पूर्वजों की इस परंपरा को आगे बढ़ाने का यश हासिल कर सकते हैं, यही हमारा कर्तव्य भी है.
आप सभी को पुनः स्वतंत्रता दिवस की बधाई. राम राम . जय जोहार
जय भारत, जय छत्तीसगढ़
यह भी पढ़ें : मेडिकल स्टूडेंट्स के लिए बड़ी खबर, 5 साल में 75 हजार सीटें, लाल किले से PM Modi के संबोधन की अहम घोषणाएं
यह भी पढ़ें : Independence Day 2024: पुलिस परेड ग्राउंड में ध्वजारोहण करेंगे CM विष्णु देव साय, कर सकते हैं कई घोषणाएं
यह भी पढ़ें : Independence Day 2024: जबलपुर के अंतिम जीवित स्वतंत्रता संग्राम सेनानी का खास इंटरव्यू, आंदोलन की सुनिए कहानी
यह भी पढ़ें : Good News: MP के नाम एक और बड़ी उपलब्धि, तवा जलाशय रामसर साइट घोषित, PM मोदी-CM मोहन यादव ने दी बधाई