
Former CG Governor Passes Away: पूर्व रक्षा सचिव और छत्तीसगढ़ के पूर्व राज्यपाल शेखर दत्त (Shekhar Dutt) का बुधवार को निधन हो गया. रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) ने बुधवार को इस बारे में जानकारी दी और राष्ट्र के लिए उनके योगदान को याद किया. उनके निधन पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय (CM Vishnu Deo Sai) ने भी दुख जताया है. बता दें कि शेखर दत्त ने अपने लंबे करियर के दौरान उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (Deputy NSA) के रूप में भी काम किया था.
पूर्व रक्षा सचिव एवं छत्तीसगढ़ के पूर्व राज्यपाल श्री शेखर दत्त जी के निधन का समाचार अत्यंत दुःखद है।
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) July 2, 2025
वे एक कुशल प्रशासक, दूरदृष्टा एवं देश सेवा के प्रति पूर्णतः समर्पित व्यक्ति थे। उनकी कुशल प्रशासनिक क्षमता और सरल स्वभाव राजनैतिक एवं प्रशासनिक क्षेत्र में सदैव अनुकरणीय रही।…
सीएम साय ने जताया दुख
CM साय ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, पूर्व रक्षा सचिव एवं छत्तीसगढ़ के पूर्व राज्यपाल शेखर दत्त के निधन का समाचार अत्यंत दुःखद है. वे एक कुशल प्रशासक, दूरदृष्टा एवं देश सेवा के प्रति पूर्णतः समर्पित व्यक्ति थे. उनकी कुशल प्रशासनिक क्षमता और सरल स्वभाव राजनैतिक एवं प्रशासनिक क्षेत्र में सदैव अनुकरणीय रही. राज्यपाल के रूप में उनके कार्यकाल में छत्तीसगढ़ राज्य के विकास को नई दिशा मिली. ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और शोक संतप्त परिवार को यह अपार दुख सहन करने की शक्ति दें. ॐ शांति!
Ministry of Defence mourns the passing of Dr Shekhar Dutt, SM (IAS) (Retd.), former Defence Secretary, Deputy NSA & Governor of Chhattisgarh.
— Ministry of Defence, Government of India (@SpokespersonMoD) July 2, 2025
A decorated soldier & visionary administrator, his contributions to India's defence and national security will be remembered with deep… pic.twitter.com/G0MwJBoVB1
दिल्ली में होगा अंतिम संस्कार
शेखर दत्त मध्य प्रदेश कैडर के 1969 बैच के IAS अधिकारी थे. रक्षा मंत्रालय ने बताया कि उनका अंतिम संस्कार गुरुवार को दिल्ली छावनी के बरार स्क्वायर श्मशान घाट पर होगा.
रक्षा मंत्रालय ने जारी किया शोक संदेश
रक्षा मंत्रालय ने एक शोक संदेश जारी करते हुए कहा, एक सैनिक, राजनेता और प्रशासक के रूप में उनकी विशिष्ट यात्रा ने भारत के रक्षा और शासन परिदृश्य को गहराई से आकार दिया. युद्ध के मैदान से लेकर नीति के उच्चतम गलियारों तक, उनकी सेवा अडिग ईमानदारी, विनम्रता और दूरदर्शिता से परिभाषित थी. उनकी विरासत राष्ट्र की प्रगति के लिए समर्पित पीढ़ियों को प्रेरित करती रहती है.