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This Article is From Apr 11, 2024

Chhattisgarh में लापरवाही की इंतेहा: डीओ नहीं कटा, समितियों से नहीं उठ रहा मिलर धान, चूहे-दीमक भी कर गए चट

Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार में 2 लाख 15 हजार 714 मेट्रिक टन मोटा धान, 6 लाख 50 हजार 907 मेट्रिक टन सरना और 5 हजार 542 मेट्रिक टन पतला धान की खरीदी की गई.

Chhattisgarh में लापरवाही की इंतेहा: डीओ नहीं कटा, समितियों से नहीं उठ रहा मिलर धान, चूहे-दीमक भी कर गए चट
डीओ नहीं कट पाने की वजह से नहीं हो रहा धान की मिलिंग.

Paddy getting spoiled in Baloda Bazar: गांव की गलियों से सदन की बैठकों और प्रमुख सभाओं तक छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव (Chhattisgarh Assembly Election 2023) के दौरान प्रमुख केंद्र रहने वाला धान अब सत्ता वापस मिल जाने पर सरकार की प्राथमिकता से हट चुका है. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) और खासकर बलौदा बाजार (Baloda Bazar) में धान की उपेक्षा की जा रही है, जिसके चलते धान समितियों में जाम पड़ा हुआ है. साथ ही डीओ भी नहीं कट रहा है, जिसके चलते धान की मिलिंग नहीं हो पा रही है.

बरदाने में रखे धान अब सड़ रहे

दरअसल, मार्कफेड से डीओ नहीं कटने की वजह से धान मिलिंग के लिए नहीं जा पा रहा है. समितियों से मिलर धान नहीं उठा रहे हैं. वहीं मिलिंग नहीं होने की वजह से एक तरफ समिति प्रबंधक धान में नमी को कम करने के लिए इसे सूखाने के लिए परेशान हैं. तो वहीं दूसरी ओर बदलते मौसम की वजह से धान खराब हो रहा है. समिति में रखा धान का उचित प्रबंधन नहीं होने के चलते बरदाने में रखे धान सड़ गए हैं. साथ ही इन धानों को चूहे और दीमक भी चट कर रहे हैं.

4 फरवरी तक हुई थी धान की खरीदी

इस बार 1 नवबंर से धान खरीदी शुरू हुई थी. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदने (Bought Paddy) की घोषणा होने के कारण प्रदेश की सरकार बदलते ही घोषणा को अमल में लाया गया. इधर, खरीदी के दौरान लगातार छुट्टी होने और बारिश की वजह से धान खरीदी की तारीख में बदलाव कर 4 फरवरी तक बंफर धान खरीदी की गई है, जो बफर लिमिट से कई गुना ज्यादा होने के कारण धान खरीदी केंद्रों में धान जाम हो गया है.

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रकबा का 97.45 फीसदी हुई थी धान की खरीदी

बलौदा बाजार के 166 धान उपार्जन केंद्रो में 1 लाख 60 हजार 817 किसान पंजीकृत हैं, जिनमें से 1 लाख 56 हजार 713 किसानों से 8 लाख 72 हजार 163 मेट्रिक टन धान की खरीदी की गई जो कुल रकबा का 97.45 फीसदी है. 

खरीदी की गई धान में मोटा धान 2 लाख 15 हजार 714 मेट्रिक टन,सरना 6 लाख 50 हजार 907 मेट्रिक टन और पतला धान 5 हजार 542 मेट्रिक टन शामिल है. जिसके एवज में सभी किसानों को कुल 19 सौ करोड़ 40 लाख 4 हजार 32 रुपये राशि का और फिर 799 करोड़ 66 लाख रुपये का भुगतान जिले के 15 सहकारी बैंक शाखाओं के माध्यम किसानों के खाते में राशि का भुगतान डीबीटी के माध्यम से किया गया था.

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